दीये बनाकर अपनी कलात्मकता से रोशन करें दिवाली

img-20161023-wa0022

दीवाली और दीयों का गहरा रिश्ता है। बगैर दीयों के दिवाली की कल्पना नहीं की जा सकती। यह अपने हुनर को निखारने का मौका भी है।

घर में ही अपनी कल्पना को साकार रूप देते हुए आप बहुरंगी दीए बना सकती हैं।आप दीए कई तरीकों से बना सकती हैं, यह आप पर निर्भर करता हैं।

हम यहाँ जो दीए दे रहे हैं, वह चौथी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची संदलीश्री ने बनाए हैं जो मुम्बई के राएन इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा है। इन दीयों की कलात्मकता ऐसी है कि बड़े भी तारीफ किए बगैर नहीं रहेंगे। कई प्रकार के दीए और संदलीश्री के कलात्मक दीयों की एक झलक –

img-20161023-wa0023-1

 

सिरेमिक दीपक – सिरेमिक एक प्रकार की मिट्टी होती है, जिसे फेविकॉल या गोंद के साथ गूंथकर आप मनचाहे आकार में दीपक बना सकते हैं। दीये बनाने के बाद इन्हें छाया में ही सुखाएं और अपने अनुसार कलर और डेकोरेशन कर लें।

img-20161023-wa0026

 

क्ले पाउडर – क्ले पाउडर भी सिरेमिक की तरह ही होता है, बाजार में यह आटे की तरह गूथा हुआ भी आपको मिल सकता है। पुराने दीपक और छोटी कटोरियों की सहायता से आकार देकर आप इसके दीपक बना सकते हैं।

img-20161023-wa0027

मोम के दीपक – दीपक या अलग-अलग आकर वाली छोटी कटोरियों में कलरफुल मोमबत्त‍ियों को पिघलाकर आप उन्हें दीयों का आकार दे सकते हैं। इसके बाद इन्हें अपने अनुसार सजा सकते हैं। ये फ्लोटिंग दीपक का काम भी… ये फ्लोटिंग दीपक का काम भी करेंगे।

img-20161023-wa0028

 आटे के दीपक – आटे के दीपक कई बार पूजा में बनाए जाते हैं, इस बार मैदे या आटे में कलर मिलाकर डो बनाएं और इनसे मनचाहे आकार में दीपक तैयार करें। इन्हें सुखाकर या बेक करें ।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।