कोलकाता । सौमेन वर्कआउट (नो मशीन ज़ोन फिटनेस और स्लिमिंग सेंटर, ने अपने राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किए गए “जागो इंडिया जागो फिटनेस कैंपेन” के एक वर्ष पूरे होने का जश्न बड़े गर्व के साथ मनाया। यह अभियान 1 मार्च 2024 को शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य था लोगों को एक स्वस्थ और एक्टिव जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना और देश में बढ़ते मोटापे के खतरे को कम करना। “जागो इंडिया जागो फिटनेस कैंपेन” का मकसद है – मोटापे के खिलाफ लड़ाई और फिट इंडिया का निर्माण। यह अभियान हर उम्र के लोगों को जागरूक करने और फिटनेस को जीवन का हिस्सा बनाने की कोशिश करता है। पिछले एक साल में यह कैंपेन देश के 15 बड़े शहरों में पहुंचा – जैसे कोलकाता, दिल्ली, जयपुर, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, भुवनेश्वर, जमशेदपुर, चेन्नई, गुवाहाटी, गोवा, अहमदाबाद, अमृतसर आदि। इस दौरान 5 साल के बच्चों से लेकर 90 साल के बुज़ुर्गों तक हज़ारों लोगों ने एक्सपर्ट्स के साथ वर्कआउट और मोटिवेशनल एक्टिविटीज़ में हिस्सा लिया। अभियान का सबसे प्रेरणादायक पहलू रहा अलग-अलग उम्र के लोगों की भागीदारी – खासकर एक 13 साल का मोटापे से जूझ रहा बच्चा, और 70 व 75 साल के दो बुज़ुर्ग, जिन्होंने बताया कि नियमित व्यायाम से कैसे वो इस उम्र में भी फिट हैं। इनकी कहानियां इस कैंपेन का मजबूत संदेश देती हैं – फिटनेस की कोई उम्र नहीं होती। यह अभियान “नो मशीन ज़ोन” कॉन्सेप्ट पर आधारित था, जिसमें पारंपरिक जिम की जगह खुले मैदान, पार्क, बीच और स्टेडियम में सुबह-शाम फिटनेस प्रोग्राम आयोजित किए गए, ताकि हर कोई अपनी सुविधा अनुसार जुड़ सके। सिर्फ फिटनेस ही नहीं, सौमेन वर्कआउट ने “वर्ल्ड नो टोबैको डे” और “वर्ल्ड ओबेसिटी डे” जैसे स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों का भी आयोजन किया, जो पिछले कई वर्षों से लगातार हो रहे हैं। सौमेन वर्कआउट के प्रोप्राइटर सौमेन दास, ने कहा कि ‘जागो इंडिया जागो फिटनेस कैंपेन’ का एक साल पूरा होना हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। पिछले 26 सालों से हम फिटनेस को लोगों की ज़िंदगी का हिस्सा बनाने में लगे हैं और यह अभियान हमारे मिशन को पूरे देश तक ले गया है। बच्चों से लेकर 90 साल के बुज़ुर्गों तक सभी का जोश देख कर लगता है कि अब फिटनेस एक आंदोलन बन चुका है। हम आगे और भी शहरों में इसे ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।