कोलकाता : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बंगीय हिंदी परिषद के तत्वावधान में 15 अगस्त,2021 को संध्या 6:30 बजे गूगल मीट के माध्यम से डॉ. ललित कुमार झा की अध्यक्षता में ‘तुलसी जयंती समारोह’ का सफल आयोजन किया गया| इस कार्यक्रम का मुख्य विषय तुलसी के व्यक्तित्व के विभिन्न आयामों को स्पष्ट करना था | कार्यक्रम का शुभारंभ परिषद के मंत्री डाॅ. राजेन्द्रनाथ त्रिपाठी के स्वागत वक्तव्य से हुआ | इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में वक्ता के रूप में डाॅ. विनय मिश्रा, डाॅ. बीरेंद्र सिंह एवं तान्या चतुर्वेदी उपस्थित रहे। डाॅ. विनय मिश्रा ने तुलसी के साहित्य में सामंजस्य के महत्व को दर्शाया | डाॅ. बीरेंद्र सिंह ने आचार्य शुक्ल के उद्धरण को स्पष्ट किया, जो उन्होंने तुलसी के व्यक्तित्व के संदर्भ में लिखा था तथा सहकारवाद शब्द के ज़रिए भी अपनी बातों को रखा | तान्या चतुर्वेदी ने तुलसी के व्यक्तित्व और उनकी समन्वय दृष्टि पर प्रकाश डाला | अध्यक्षीय वक्तव्य में लालबाबा काॅलेज के विभागाध्यक्ष डाॅ. ललित कुमार झा ने तुलसी की महत्ता और उनके रचना-कर्म के विविध आयामों पर अपना एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया और इस विमर्श से संबंधित श्रोताओं की शंका का निवारण अपने वक्तव्य के माध्यम से दूर करने का प्रयास किया । कार्यक्रम का उत्कृष्ट संचालन साहित्यमंत्री श्री भानु प्रताप पांडे ने किया | कुशल श्रोताओं में सुषमा राय पटेल, रीमा पाण्डेय, जिउतलाल प्रजापति, निखिता पाण्डेय, अनूप यादव, उमेश पांडेय, रमाकांत सिन्हा, ज़ोया अहमद आदि उपस्थित थे। अंत में डाॅ. रंजीत संकल्प ने सभी वक्ताओं एवं श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया | इस वेब-गोष्ठी में परिषद के पदाधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने धैर्य एवं संयम के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग दिया।