कोलकाता: सुप्रसिद्ध साहित्यिकी संस्था द्वारा बुधवार गत २२ जनवरी को भारतीय भाषा परिषद् के सभाकक्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की १५० वीं जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए आयोजित आशुभाषण प्रतियोगिता में युवा छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। निर्णायक मंडली में विद्या भंडारी, सविता पोद्दार एवं रेवा जाजोदिया शामिल रहीं। वाणीश्री बाजोरिया ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करके हुए गाँधी जी को दुर्लभ व्यक्तित्व बताया।युवा प्राध्यापक और लेखक वीरेन्द्र सिंहजी ने ‘ गाँधी- किताबों से जिंदगी तक’ विषय पर अपने प्रभावशाली विचार प्रस्तुत किए।उन्होंने गाँधी रचित पुस्तक ‘हिन्द स्वराज’ का उल्लेख करते हुए उसे मौलिकता का प्रमाणपत्र बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमिता शाहजी ने की| उन्होंने गांधीजी को आकाशदीप कहते हुए आधुनिक युवा पीढ़ी को उनका अनुकरण करने की सलाह दी|सभा में उपस्थित सरोजिनी शाह,विद्या भंडारी ,प्रमिला धूपिया, वसुंधरा मिश्र, बबीता माँधणा, संगीता चौधरी, मंजू रानी गुप्ता, रेवा जाजोदिया, वाणी मुरारका, शशी परसरामका, उषा श्रॉफ, सुषमा हंस, मीना चतुर्वेदी, पुष्पा लोढ़ा, सविता पोद्दार आदि सदस्यों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई| आशुभाषण प्रतियोगिता में आयूश चतुर्वेदी ने प्रथम ,स्वाति प्रजापति ने द्वितीय और गुनगुन जयसवाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंत में सचिव गीता दूबेे ने सभी का आभार व्यक्त किया |