कोलकाता । सरस्वती वर्ल्ड स्कूल ने अपने स्कूल परिसर में बहुप्रतीक्षित वार्षिक कार्यक्रम ‘ऊर्जा 2025’ का आयोजन किया। जिसमें स्कूल से जुड़ी शैक्षणिक उपलब्धियों, कलात्मक अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक जीवंतता का एक उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न क्षेत्र से जुड़ी प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हुए। जिसमें प्रमुख शैक्षिक नेता, अभिभावक, संकाय सदस्य और छात्र मौजूद थे। समारोह की शुरुआत एक स्वागत भाषण के साथ हुई। इसके बाद एक परिचयात्मक संबोधन और ज्ञान और बुद्धि के प्रकाश का प्रतीक एक औपचारिक दीप-प्रज्वलन हुआ। माननीय अध्यक्ष विक्रांत सिंह (उपाध्यक्ष), विनोद सिंह और निदेशक (स्नेहा सिंह) सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथियों में प्रख्यात पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता विश्वजीत मुखर्जी और प्रतिष्ठित शोधकर्ता और लेखक श्री देबाशीष मुखोपाध्याय की उपस्थिति ने इस अवसर को और भी गौरवान्वित कर दिया, जिन्होंने शिक्षा में बौद्धिक गतिविधियों के महत्व और संधारणीय प्रथाओं पर विचारोत्तेजक भाषणों से श्रोताओं को प्रेरित किया। इस मौके पर प्रधानाचार्य श्यामाश्री बिस्वास ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें पिछले वर्ष संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों, मील के पत्थरों और प्रगति पर प्रकाश डाला गया। अध्यक्ष के संबोधन ने युवा मस्तिष्कों के भविष्य को आकार देने में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका को और भी रेखांकित किया। इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण वाइस चेयरमैन विनोद सिंह की नई पुस्तक “स्कूल एजुकेशन इन इंडिया इन 2024” का विमोचन था। यह पुस्तक में शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति विद्यालय की अटूट प्रतिबद्धता और शिक्षा क्षेत्र में इसके निरंतर योगदान को दर्शाती है। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की एक रोमांचक श्रृंखला प्रस्तुत करते हुए छात्रों की रचनात्मक प्रतिभा को प्रदर्शित किया गया जिसमें: शिव तांडव, नारी शक्ति, अच्युतन केशवम, विवेकानंद-थीम वाली प्रस्तुति, शिक्षा का मूल्यांकन और राम की दया, ब्लैक एंड व्हाइट युग के नृत्य अनुक्रम, स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह नृत्य नाटक और देशभक्ति और वीरता का एक शक्तिशाली चित्रण प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के एक भावपूर्ण गायन के साथ हुआ, जिसने दर्शकों को एकता और देशभक्ति की स्थायी भावना से भर दिया।