ऑनलाइन आयोजित हुई प्रतियोगिता
कोलकाता : बिड़ला हाई स्कूल का एल एन बिड़ला मेमोरियल इन्टिविटेशनल डिबेट इस बार ऑनलाइन हुआ। हर साल की तरह 11 जुलाई को स्कूल के संस्थापक एल. एन. बिड़ला की स्मृति में यह वाद – विवाद प्रतियोगिता आयोजित हुई मगर कोरोना ते कारण इस बार अन्दाज बदला और आभासी हो गया। यह प्रतियोगिता सभी स्कूलों में लोकप्रिय है और विद्यार्थी बड़े उत्साह से इसमें भाग लेते हैं। इस बार का विषय था कि डिजिटल दुनिय़ा के पास बेहतर शिक्षा प्रणाली की चाबी है। इस वर्ष, बहस, स्पष्ट कारणों के लिए, जूम ऐप के माध्यम से आयोजित की गयी इस बार की प्रतियोगिता में केवल बिड़ला समूह के स्कूलों को आमंत्रित किया गया था। एलएन बिड़ला डिबेट फेसबुक पेज पर स्ट्रीम किया गया। वाद – विवाद सुबह ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) वीएन चतुर्वेदी, महासचिव विद्या मंदिर सोसायटी के स्वागत भाषण के साथ शुरू हुई। ब्रिगेडियर चतुर्वेदी ने इस कार्यक्रम के महत्व और बहस, संचार कौशल और नेतृत्व के बीच संबंध पर जोर दिया। इसके बाद ब्रिगेट.चतुर्वेदी, मुक्ता नैन, निदेशक बिरला हाई स्कूल, प्रिंसिपल एल. सहगल और हेडमिस्ट्रेस सुश्री फरीदा सिंह ने विचार रखे। चेयरपर्सन राजू रमन ने बहस को विषय को विद्यार्थियों के सामने रोचक तरीके से रखा और उनकी सहायता की। इस वाद – विवाद प्रतियोगिता में डिजिटल दुनिया की ताकतों और क्षमता के साथ इंटरनेट की पहुँच, डिजिटल उपकरणों, ई लर्निंग से सीखने की क्षमता पर विद्यार्थियों ने विचार रखे। सवाल वर्चअल कक्षाओं द्वारा व्यावहारिक कक्षाओं की जगह लेने पर भी उठे।
प्रत्येक प्रतिभागी को एक ब्लूटूथ स्पीकर के साथ एक भागीदारी प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ टीम – श्री शिक्षायतन स्कूल की सुदीक्षा बसु (पक्ष) और कौशिकी घोष (विरुद्ध) ने ट्रॉफी और 5000 / – रुपये का चेक दिया गया। कौशिकी घोष, श्री शिक्षाशतन स्कूल को सर्वश्रेष्ठ वक्ता चुना गया। उसे प्रमाणपत्र, ट्रॉफी और 5000 / – रुपये का चेक दिया गया। विद्यानिकेतन बिड़ला पब्लिक स्कूल के सौभाग्य़ अग्रवाल ने रनर अप स्पीकर का एक प्रमाणपत्र जीता और उसे 3000 रुपये का चेक दिया। न्यायाधीश सुश्री तहनाज दस्तूर और मयूरी मुखर्जी ने आयोजन को सराहा।