आम तौर पर दुर्गा पूजा का मतलब सबके लिए पण्डाल और देवी की प्रतिमा होता है मगर आप गौर करेंगे तो पाएँगे कि हर मण्डप, हर प्रतिमा, हर थीम कला की अभिव्यक्ति होती है। हम यही अभिव्यक्ति आपसे चाहते थे कि आप इस पूजा को किस रूप में देखते हैं।
कहने का मतलब यह कि इन चीजों को आप किस नजर से देखते हैं, वह विचार और सन्देश क्या है..ऐसा लगता है इस बात को समझने में कहीं कोई चूक रह गयी…तस्वीरें मिलीं मगर विचार और सन्देश सिर्फ एक तस्वीर में मिला।यहाँ यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि हमारा मापदण्ड सिर्फ तस्वीर नहीं थी इसलिए हमारे आकलन का आधार सिर्फ तस्वीर नहीं रही।
तस्वीर में छुपा सन्देश भी उतना ही महत्वपूर्ण रहा क्योंकि वहीं हम आपको, आपकी सोच को, आपकी सृजनात्मकता को देख सकते हैं तो निर्णय भी हमने इसी आधार पर लिया।
जैसा कि आप जानते हैं कि हमारा विजेता केवल एक होगा मगर तस्वीरें हमारे डिजिटल कैलेंडर की शोभा बनेंगी। जो भाग नहीं ले सके, वे निराश न हों मगर हमने जो बात ऊपर कही, उसका ध्यान जरूर रखें।हमारी अगली प्रतियोगिताओं के लिए हमारे साथ बने रहें –