शिक्षण संस्थानों में इस बार मनायी गयी वर्चुअल रवीन्द्र जयन्ती

चित्र – निखिता पांडेय

कोलकाता :  भवानीपुर एडूकेशन सोसायटी कॉलेज में पचिशै बैशाख के दिन रबींद्रनाथ की जयंती मनायी गयी। अपने अपने घर की चहारदीवारी के भीतर रहते हुए शिक्षकगणों और विद्यार्थियों ने महाकवि रवीन्द्र को गीत संगीत और नृत्य के साथ साथ उनके दर्शन, विचार और चिंतन,आलेख आदि विभिन्न साहित्यिक विधाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। कॉलेज की टीआईसी डॉ सुचंद्रा चक्रवर्ती ने अपने उद्घाटन वक्तव्य में कहा कि आज कोरोना महामारी की भयावह स्थिति ने लॉक डाउन में घर में रहने को मजबूर कर दिया है। सभी लोगों के जीवन में अचानक से स्थिरता और गतिविधियां ठप हो गई हैं । रवींद्र जयंती मना कर हम अपने विद्यार्थियों को रूटीन में लाने का प्रयास कर रहे हैं भले ही हम जानते हैं कि यह आभासी दुनिया है। शोर से दूर निस्तब्ध और भय से भरे इस वातावरण को थोड़ा हल्का करने का प्रयास किया है।

कॉलेज के अंग्रेज़ी, आर्ट्स, बी.कॉम, कम्प्यूटर साइंस, जर्नलिज्म और मॉस कम्युनिकेशंस, इतिहास विभाग और विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया।इस अवसर पर शिक्षकों ने अपने घर की छत पर प्रकृति के बीच या घर की चहारदीवारी में रहकर अपने सीमित साधनों द्वारा कविगुरु को प्रणामांजलि अर्पित की। कॉलेज के के क्रिसेंडो ग्रुप की ओर से अंजलि ने ‘माझे माझे तब देखा पाई चिरदिन केनो पाई ना’ गीत की प्रस्तुति दी। बहुभाषी भावों के द्वारा इस कार्यक्रम में रवीन्द्र नाथ के दर्शन विचार, चिंतन आदि पर गूगल मीट में सामूहिक रूप से एक समय में बहुत से विद्यार्थियों और शिक्षकों के भाग लिया। दो विद्यार्थियों ने नृत्य प्रस्तुति दी ।डॉ सुचंद्रा चक्रवर्ती ने अपनी कविता बच्चों को समर्पित करते हुए’समय हारा ‘कविता की अंग्रेजी और बांग्ला दोनों भाषाओं में आवृत्ति की। प्रो तथागत, प्रो गार्गी, प्रो शाश्वती,संजीव हालदार, प्रो देवाशीष,, प्रो राना आदि अनेक फैकल्टी ने अपने भावों को व्यक्त किया। इस अवसर पर कॉलेज के वीडियो बनाए गए। https://youtu.be /2 07jbUf400, https://youtu.be /gRaPgeCa8 पर देखें जा सकते हैं। रवींद्र नाथ टैगोर ने प्रकृति के साथ रहकर दो हजार से भी ज्यादा गीतों की रचना की और शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों का विकास किया। हृदय के भावों और  विज्ञान की तकनीक से युक्त यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए घर में रहते हुए एक विशेष संदेश देने वाला है।भवानीपुर कॉलेज की कक्षाएं भी नियमित रूप से गूगल मीट द्वारा ली जा रही हैं। इस कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने।

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