मिदनापुर : विद्यासागर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से हिंदी में रोजगार के अवसर ‘विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो दामोदर मिश्र ने कहा कि हिंदी का संबंध जितना ज्ञान से है उतना ही रोजगार से भी जुड़ा है ।हिंदी में सृजनात्मक अवसरों के साथ परम्परागत नौकरियों की असीम संभावनाएँ हैं ।डॉ प्रमोद कुमार प्रसाद ने कहा कि आज सिर्फ सरकारी मंत्रालयों में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी राजनयिक कार्यालयों में भी बहुत सी नौकरियां सृजित हो रही हैं ।डॉ श्रीकांत द्विवेदी ने कहा कि हिंदी रोजगारमूलक शिक्षा माध्यम होने के साथ-साथ जातीय एकता की भी भाषा है ।इस अवसर पर विभाग की ओर से रेणु सिन्हा, रूपल साव ,मधु सिंह , अरूण कुमार, राहुल गौड़, उष्मिता गौड़ा, ओम कुमार, नेहा चौबे, श्रद्धा उपाध्याय, विनीता गुप्ता, प्रो राकेश चौबे, अनिल साह, मो अनवर आदि ने अपना विचार रखा ।कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि हिंदी में रोजगार की दर्जनों संभावनाएं हैं पर रोजगार पाने के लिए हमें सही योजना बनाने की जरूरत है।साथ ही हमें अध्ययन की निरंतरता बनाए रखने के साथ सही दिशा का चुनाव करना होगा ।इस अवसर पर शिक्षा कर्मी अरुप कुमार पाल को विभाग की ओर से विदाई दी गई ।धन्यवाद ज्ञापन राजकुमार मिश्र ने दिया ।