वर्धा हिंदी विश्‍वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

वर्धा/ कोलकाता : वर्धा स्थित महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया  आरंभ हो चुकी है। संसद द्वारा स्‍थापित और नैक द्वारा ए ग्रेड प्रदत्‍त इस केंद्रीय  विश्‍वविद्यालय की ओर से हिंदी माध्‍यम के विभिन्‍न पाठयक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। यह जानकारी कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने  आज एक ऑनलाइन (गूगल मीट) प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि विश्‍वविद्यालय में 2020-21 सत्र में एम.ए., एम.एड., एमबीए. एम.टेक. पी-एच.डी.,  बी.ए., बी.एस.डब्‍ल्‍यू., बी.जे.एम.सी., बी.एड. आदि में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है । प्रो. शुक्ल ने बताया कि विश्‍वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए वाई-फाई, छात्रावास, छात्रवृत्ति और शोधवृत्ति, कंप्‍यूटर लैब, चिकित्‍सा जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। सभी पाठयक्रमों के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 05 सितंबर है ।
कुलपति प्रो. शुक्ल ने बताया कि विश्‍वविद्यालय में हिंदी-भाषाविज्ञान, हिंदी-भाषाशिक्षण, हिंदी-भाषा प्रौद्योगिकी, स्‍पैनिश, चीनी, फ्रांसीसी, हिंदी साहित्‍य, नाट्यकलाशास्‍त्र, संस्‍कृत, गांधी एवं शांति अध्‍ययन, स्‍त्री अध्‍ययन, बौद्ध अध्‍ययन, दलित एवं जनजातीय अध्‍ययन, दर्शनशास्‍त्र, समाज कार्य, समाजशास्‍त्र, जनसंचार, मानवविज्ञान, अनुवाद अध्‍ययन, प्रवासन एवं डायस्‍पोरा अध्‍ययन और शिक्षाशास्‍त्र  विषयों में पी-एच.डी. में प्रवेश के लिए आवेदन किए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि विश्‍वविद्यालय में एम.ए. स्‍तर के शिक्षण के लिए हिंदी-भाषाविज्ञान, हिंदी-भाषा प्रौद्योगिकी, मास्‍टर ऑफ इंफॉर्मेटिक्‍स एंड लैंग्‍वेज इंजीनियरिंग, एम.टेक.- कंप्‍यूटेशनल लिंग्विस्टिक्‍स, हिंदी साहित्‍य, हिंदी-तुलनात्‍मक भारतीय साहित्‍य, हिंदी-भाषा शिक्षण, हिंदी-अनुवाद, नाट्यकलाशास्‍त्र, फिल्‍म अध्‍ययन, संस्‍कृत, मराठी, गांधी एवं शांति अध्‍ययन, स्‍त्री अध्‍ययन, दलित एवं जनजातीय अध्‍ययन, बौद्ध अध्‍ययन, एम.एस.डब्‍ल्‍यू. समाजशास्‍त्र, इतिहास, दर्शनशास्‍त्र, राजनीति विज्ञान, अनुवाद अध्‍ययन, प्रवासन एवं डायस्‍पोरा अध्‍ययन, जनंसचार, मानवविज्ञान, शिक्षाशास्‍त्र, एम.एड.,  तथा एम.बी.ए., मनोविज्ञान विषयों में भी प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं।
विदेशी भाषाओं में चीनी, स्‍पैनिश, जापानीज, फ्रांसीसी भाषाओं सहित फोरेंसिक साइंस में दो सेमेस्‍टर के डिप्‍लोमा तथा पी. जी. डिप्‍लोमा के लिए भाषाशिक्षण, पी.जी.डी.सी.ए., गांधी विचार, मानवाधिकार, जेंडर अध्‍ययन, दलित विचार, बौद्ध अध्‍ययन, अनुवाद, भारतीय डायस्‍पोरा और परामर्श एवं निर्देशन में प्रवेश के लिए भी आनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। लिया जा सकता है।
कुलपति प्रो. शुक्ल ने बताया कि चीनी, स्‍पैनिश, जापानीज, फ्रांसीसी, संस्‍कृत, और मराठी भाषाओं में दो सेमेस्‍टर के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए आवेदन किए जा सकते हैं। कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने बताया कि विश्‍वविद्यालय के कोलकाता और प्रयागराज दो क्षेत्रीय केंद्र हैं। इनमें से कोलकाता केंद्र में एम.ए. हिंदी साहित्‍य, एम.ए. हिंदी-अनुवाद एवं प्रयागराज केंद्र में एम.ए. हिंदी साहित्‍य, एम.ए. हिंदी अनुवाद, एम.ए. हिंदी भाषाशिक्षण, एम.एस.डब्‍ल्‍यू, एम.ए. राजनीति विज्ञान और अनुवाद में पी.जी. डिप्‍लोमा पाठ्यक्रम के लिए भी आवेदन किए जा सकते हैं.
आवेदन पत्र विश्‍वविद्यालय की वेबसाइट www.hindivishwa.org पर उपलब्‍ध हैं। प्रवेश से संबंधित अधिक जानकारी के लिए विद्यार्थी टोल फ्री नं. 18002332141 पर संपर्क कर  सकते हैं। प्रवेश प्रक्रिया के प्रारंभ होने पर विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्‍ल ने विद्यार्थियों के लिए अपने संदेश में कहा है ‘विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए विश्‍वविद्यालय पूर्णरूपेण प्रतिबद्ध है।  उन्‍होंने कहा कि विश्‍वविद्यालय के प्राकृतिक परिवेश और अध्‍ययन के लिए उपलब्‍ध सुविधाओं के साथ एक सक्रिय विद्यार्थी के रूप में आगे बढ़ने के लिए यहां पर्याप्‍त संभावनाएं मौजूद हैं।

 

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