कोलकाता : लिटिल थेस्पियन तथा भारतीय भाषा परिषद के संयुक्त आयोजन में कहानी का नाटकीय पाठ किया गया। इसमें हरिशंकर परसाई की कहानियों में- ‘भोलाराम का जीव’ कहानी का सूर्य देव रॉय, पार्वती कुमारी शॉ, विनोद यादव, राजीव कुमार शाह तथा आतिफ अंसारी ने नाटकीय पाठ किया। ‘अपनी अपनी बीमारी’ कहानी का नाटकीय पाठ पुष्पा सुराणा, रूपेश कुमार यादव, सौमिता बिस्वास ने किया। ‘दो नाक वाले लोग’ का पाठ सुशील कुमार पांडे, अमित चक्रवर्ती और कुसुम वर्मा ने किया। ‘बदचलन’ कहानी का पाठ पूजा कुमारी गोंड तथा शाहीन परवीन ने किया।
भारतीय भाषा परिषद में लिटिल थेस्पियन के सहयोग से तीन-तीन महीने का ‘कहानी-कविताओं की नाटकीय प्रस्तुति’ नाम से एक कोर्स चलाया जाता है। इसमें हर बार लगभग बीस छात्र-छात्राएँ एवं इच्छुक कोई भी व्यक्ति एक सामान्य सी मासिक फीस के साथ यह कोर्स करते हैं। तीसरे महीने के अंतिम दिन प्रशिक्षुओं को अपनी प्रस्तुति देनी पड़ती है। आज के प्रस्तुति में विशेषज्ञ के तौर पर श्री राज्यवर्धन जी उपस्थित थे। सत्र विशेषज्ञ के रूप में उमा झुनझुनवाल एवं परिषद की मंत्री बिमला पोद्दार उपस्थित रहीं। सभी प्रतिभागियों ने अपने अपने अनुभव भी साझा किए। बांग्ला भाषी प्रतिभागी ने हिंदी सीखने के प्रति अपनी आंतरिक इच्छा जाहिर की।
प्रेषक : सुशील कान्ति