नयी दिल्ली : भारतीय राजनीति में शनिवार और रविवार सियासी मातम के दिन रहे। पिछले दो दिनों में हिंदुस्तान की सियासत में रसूख रखने वाले, अवाम की आवाज बनने वाले, जनता के बीच के नेता और जमीन से उठकर भारतीय राजनीति के सियासी फलक पर छा जाने वाले दिग्गज नेता दुनिया को अलविदा कहकर आसमान की अनन्त गहराइयों में विलीन हो गए। ये सभी अपनी पार्टी में भी खासा दमखम रखते थे और अपने क्षेत्रों में भी इनकी बेहतर पकड़ थी।
शीला दीक्षित
शीला दीक्षित का गत शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने 81 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। निधन के वक्त वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष थी और पूरे दमखम के साथ विपक्षियों को चुनौती देने में जुटी हुई थी। शीला दीक्षित ने साल 1998 से 2013 तक के अपने 15 साल के शासन के दौरान दिल्ली का चेहरा पूरी तरह से बदलकर रख दिया। अपने विनम्र स्वभाव से उन्होंने न सिर्फ आम लोगों का दिल जीता, बल्कि विरोधी भी उनके काम और लगन के कायल हैं। दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों में बुनियादी स्तर पर काम कराए और सड़कों व फ्लाईओवरों के निर्माण से उन्होंने शहर के बुनियादी ढांचे में एक क्रांतिकारी बदलाव किए। उन्होंने बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम, दिल्ली मेट्रो के साथ ही स्वास्थ्य और शैक्षणिक क्षेत्र के विकास में भी काफी काम किया।
मांगे राम गर्ग
दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मांगे राम गर्ग का गत रविवार को निधन हो गया।दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मांगे राम गर्ग के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया है। उन्होंने ट्विट कर कहा कि मांगे राम के निधन से पार्टी को बहुत बड़ी क्षति हुई है। वे निस्वार्थ भाव से काम करते थे। वे जमीनी स्तर से जुड़े नेता थे। मांगे राम समाज सेवा के लिए हमेश तत्पर रहते थे।गर्ग ने दिल्ली की जनता और पार्टी के लिए जो काम किया है वह वर्षों तक याद किया जाता रहेगा। पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मांगे राम गर्ग का दिल्ली से गहरा नाता था और उन्हें शहर के लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करते थे। उन्होंने दिल्ली में भाजपा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रामचन्द्र पासवान
बिहार के समस्तीपुर से सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचन्द्र पासवान का रविवार दोपहर निधन हो गया। उनको 12 जुलाई की रात दिल का दौरा पड़ने के बाद दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रामचंद्र पासवान लोजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई थे।
एके राय
कोयला नगरी धनबाद के पूर्व सांसद और जाने-माने कम्युनिस्ट चिंतक कॉमरेड एके राय का रविवार को निधन हो गया। रविवार सुबह 11:15 बजे वह धनबाद में बीसीसीएल के सेंट्रल हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरे कोयलांचल में शोक की लहर दौड़ गयी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पूर्व सांसद एके राय के निधन पर शोक जताया।