बदल दो

रेखा श्रीवास्तव

बदल दो

बदल  दो,  जल्दी बदल दो

जल्दी जल्दी बदल दो

एक पल भी जाया न करो

बदल दो, जल्दी बदल दो

मन बदल दो, लोगों को  बदल दो

बदल डालो हर कोना

कहीं रह न जाए कोई पुराना

बदल दो

बदल दो, जल्दी  बदल दो

जल्दी जल्दी बदल दो

कहीं देर न हो जाए

बहुत कुछ बदलना है तुम्हें

शुरू से लेकर अंत तक

ऊपर से लेकर नीचे तक

हर ओर, हर रंग तुम्हें

बदलना है

बदलने में माहिर बनो

नहीं बदले तो

तुम्हारी पहचान कैसे होगी

तुम्हारा आकलन कैसे होगा

इसलिए तुम बदल दो

जल्दी जल्दी बदल दो

बदलने के लिए जी-जान

लगा दो

दिन-रात लगा दो

जिंदगी भर की इच्छाएं

जिंदगी भर के स्वप्न

सब जल्दी जल्दी पूरे कर लो

जल्दी जल्दी बदलते जाओ

ऐसा बदलो कि तुम्हें

यकीन हो जाये कि

हाँ तुम सब कुछ बदल चुके हो

अपनी रफ्तार बढ़ाओ

अपनी चाल  बदल लो

पर  बदल दो

जल्दी जल्दी बदल दो

कहीं ऐसा न हो कि

तुम सब कुछ बदल भी

नहीं पाये

उसके पहले कहीं

कोई आहिस्ते से तुम्हें ही बदल दें

उसके बाद से तुम नहीं बदल

पाओगे किसी को

तुम्हारी क्षमता खत्म हो जायेगी

इसलिए तुम बदल दो

जल्दी जल्दी  बदल दो

दिन-रात बदल दो

बस केवल

बदल दो, बदल दो

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