कोलकाता । पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्यभर में स्लीपर बसों में बढ़ती आग की घटनाओं को देखते हुए महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम उठाने का निर्णय लिया है। परिवहन विभाग अब राज्य संचालित बसों में ऐसे आधुनिक उपकरण लगाने की तैयारी कर रहा है, जो बस के चलते समय भी आग या चिंगारी का पता लगते ही तुरंत सक्रिय हो सकें। परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य परिवहन प्राधिकरण को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है और विभिन्न परिवहन उपक्रमों ने शहर और लंबी दूरी की बसों में इन उपकरणों की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी है।अधिकारी के अनुसार, सभी वाहनों का नियमित सुरक्षा ऑडिट किया जा रहा है और सरकारी बसों की नियमित सर्विसिंग के लिए नया मानक संचालन प्रोटोकॉल (एसओपी) भी तैयार किया जा रहा है। बस कर्मचारियों को आग की रोकथाम संबंधी विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रत्येक यात्रा से पहले डीपो स्तर पर बसों की सुरक्षा जांच अनिवार्य की गई है। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष तक निजी बसों को भी चरणबद्ध और किफायती तरीके से इसी सुरक्षा ढांचे में शामिल किया जाएगा। वर्तमान में राज्य परिवहन निगमों के पास लगभग दो हजार 600 से अधिक बसों का बेड़ा संचालित हो रहा है। नई पहल से उम्मीद है कि बस यात्रियों की सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार होगा और आगजनी की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकेगा।





