ब्रिटिश मूल की सिख आर्मी ऑफिसर प्रीत चंडी पहली अश्वेत महिला बन गयी हैं जो अकेले दक्षिणी ध्रुव माइनस से -50 डिग्री तापमान पर यात्रा करके (दक्षिणी ध्रुव की एकल यात्रा) लौटी है। इतिहास रचने वाली प्रीत ने अपनी यात्रा का आरम्भ अंटार्कटिका के हरफ्यूलिस इनलेट से शुरू किया था। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ हफ्ते उन्होंने अंटार्टिका में अकेले स्कीइंग करते हुए बिताए। इस बारे में प्रीत ने अपने ब्लॉग पर अपना अनुभव बांटते हुए लिखा,’ मैं अभी बहुत सारी भावनाओं को महूसस कर रही हूं।’
प्रीत चंडी की उम्र मात्र ३२ साल है। प्रीत ने सीएनएन को दिए साक्षात्कार में बताया कि उन्हें उम्मीद है कि उनका साहसिक काम दूसरों को अपनी सीमाओं को आगे बढ़ने और खुद पर भरोसा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने अपनी यात्रा का अनुभव साँझा करते हुए कहा,” अंटार्किटका पृथ्वी पर सबसे ठंड, ऊंचा, शुष्क और हवा वाला महाद्वीप है। वहां कोई भी स्थायी तौर पर नहीं रहता है। इतना ही नहीं वहां का तापमान माइनस 50 डिग्री से भी नीचे जला जाता है।”
साहसी प्रीत चंडी ने आगे कहा,’ जब मैंने पहली बार इस ट्रिप की प्लानिंग की तो मुझे इस महाद्वीप के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। पर मैं वहां जाना चाहती थी। इससे पहले मैंने लगभग ढाई सालों तक इसके लिए खुद को तैयार किया।” अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्होंने फ्रेंच आल्प्स में क्रेवास से ट्रेनिंग ली। अपनी यात्रा को सफल बनाने के लिए उन्होंने आइसलैंड के लैंगजोकुल ग्लेशियर में ट्रेकिंग की और ग्रीनलैंड में आइस कैप में लगभग 27 दिनों तक बिताए। इस दौरान उन्होंने चुनिंदा लोगों से ही संपर्क रखा। इतिहास रचने वाली प्रीत ने बताया,’ इनमे वो लोग थे उनके ब्लाग और इंस्टाग्राम को अपडेट करते थे।’ बता दें कि अपने मिशन को पूरा करने के बाद प्रीत को चारो ओर से मुबारकबाद मिल रही है।