मुरैना (ग्वालियर) : दहेज बंदी का पालन गुर्जर समाज में शुरू हो गया है जिससे कि समाज बिना दहेज के बिटिया की विदाई को तैयार हैं। इसकी शुरूआत एक पिता ने अपनी बेटी की शादी से कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पिता का नाम इन्द्र सिंह गुर्जर है और वो अपनी बिटिया के विवाह में कोई दहेज नहीं दे रहे हैं इसका प्रमाण बिटिया की शादी के लिए छपवाया गया कार्ड है। पूजा के विवाह के कार्ड में संत हरि गिरि महाराज द्वारा तय किए गए खर्च का पूरा उल्लेख है। जिसमें लिखा गया है कि विवाह पढ़ने आने वाले पंडित जी को 1100 रुपए की दक्षिणा दी जाएगी। इसके अलावा थाली 5100 रुपए, लगुन 1100 रुपए, दरवाजा 1100 रुपए, भात 5100 रुपए, अंक माला 10 रुपए, टीका 50 रुपए, पान 1100 रुपए व पांच बर्तन और कूलर, अलमारी, पलंग प्रदान किए जा रहे हैं। बारात में केवल 100 बारातियों का सत्कार किया जाएगा। पिता ने बताया कि उनकी बिटिया पूजा का विवाह अतेन्द्र सिंह गुर्जर के साथ 20 जून को है। शादी कार्ड पर न केवल दहेज बंदी का उल्लेख है बल्कि शराबबंदी का असर भी नजर आ रहा है। कार्ड पर स्पष्ट रूप से नोट लिखा गया है कि कोई भी व्यक्ति शराब पीकर शादी समारोह में न आएं। कार्ड में कराए गए इस नोट में बताया गया है कि यह आदेश संत हरि गिरि महाराज का है। लड़की के चाचा ने बताया कि समाज में शराब बंदी पहले ही हो चुकी है और अब दहेज बंदी का भी पालन हो रहा है। यह सब संत की कृपा से हुआ है।
पूजा के विवाह का शादी कार्ड बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की अपील भी कर रहा है। कार्ड के एक हिस्से में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और न दहेज लेंगे न दहेज देंगे की अपील की गई है। इसके अलावा एक शादी कार्ड पर छपा स्लोगन सब कुछ जाहिर कर रहा है।
स्लोगन कुछ इस तरह है कि –
“मृत्यु भोज और माला छूटी, खाना छूटा मेज पे। बाजे छूटे दारू छूटी, अब की चोट दहेज पे।।”