मुम्बई : मनोरंजन के साधनों में से एक सिनेमा में पिछले कुछ ही सालों में एक क्रांति आई है, जिसमें बाहरी कंपनियों नेटफ्लिक्स और अमेजन ने भरपूर रुचि दिखाई है।
हाल ही में अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस ने भारत में अपनी जड़ें और मजबूती से जकड़ने की नीयत से भारत दौरा किया, और हिंदी सिनेमा के शीर्ष कलाकारों और फिल्मों से जुड़े लोगों से मुलाकात की। उनका मन तो भारत के हर क्षेत्र में पैर पसारने का था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे मुलाकात न करके जेफ के मंसूबों पर पानी फेर दिया। जेफ के इस भारत दौरे का असर अब दिख रहा है, जब भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित सम्मान फिल्मफेयर के प्रायोजक में अमेजन ने पान पराग, जिओ डिजिटल और विमल पान मसाला को नीचे छोड़कर अपना स्थान टॉप पर हासिल कर लिया। यह पहला मौका है जब किसी बाहरी कंपनी ने सिनेमा के अवार्ड फिल्मफेयर में रुचि दिखाई है। भारतीय सिनेमा के लिए यह हो सकता है कि दुनियाभर के सिनेमा में आदान-प्रदान और कलाकारों को पारदर्शिता का अनुभव कराए, लेकिन भारतीय कंपनियों के लिए यह खतरे की घंटी हो सकती है।