मुम्बई : दिग्गज विज्ञापन निर्माता एवं रंगमंच की दुनिया की मशहूर शख्सियत एलिक पदमसी का यहां शनिवार को एक बीमारी के बाद निधन हो गया। यह जानकारी पदमसी के परिवार ने दी। वह 90 वर्ष के थे। पदमसी विज्ञापन कंपनी लिंटास के भारत में पूर्व मुख्य कार्यकारी रह चुके हैं और उन्होंने कंपनी को देश में शीर्ष रचनात्मक एजेंसियों में से एक बनने में मदद की। वह बाद में दक्षिण एशिया में लिंटास के क्षेत्रीय समन्वयक बने।
उन्होंने एजेंसी में मशहूर विज्ञापन बनाये जिसमें सर्फ के लिए ‘ललिताजी’, आटो कंपनी बजाज के लिए ‘हमारा बजाज’ ‘चेरी ब्लॉसम’ शू पॉलिश के लिए ‘चेरी चार्ली’, एमआरएफ के लिए ‘मसल मैन’ और ‘लिरिल’ के लिए झरने के नीचे मॉडल वाला विज्ञापन शामिल है। एक कलाकार के तौर पर पदमसी को रिचर्ड एडिनबरो की पुरस्कृत फिल्म ‘गांधी’ में जिन्ना के किरदार के लिए याद किया जाएगा। पदमसी का जन्म 1928 में पारंपरिक रूप से धनी कच्छी खोजा मुस्लिम परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने बड़े भाई बॉबी द्वारा निर्देशित नाटक ‘मर्चेंट आफ वेनिस’ से सात वर्ष की आयु में रंगमंच की दुनिया में कदम रखा। साठ वर्ष से अधिक समय के अपने करियर में उन्होंने 70 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया और उन्हें अपने थिएटर प्रोडक्शन एविटा, जीसस क्राइस्ट सुपरस्टार और तुगलक के लिए जाना जाता है। पदमसी ने कई सामाजिक मुद्दों का समर्थन किया जिसमें वित्तीय राजधानी का महानगरीय चरित्र का संरक्षण शामिल है। उन्हें 2000 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उनके निधन पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनको विज्ञापन उद्योग के ‘रचनात्मक गुरू’ और ‘दिग्गज’ थे जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ‘गजब का संप्रेषक’ बताया। कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘रचनात्मक गुरू, रंगमंच व्यक्तित्व और विज्ञापन उद्योग के दिग्गज एलिक पदमसी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति मेरी संवेदना।’ मोदी ने कहा, ‘‘एलिक पदमसी के निधन से दुखी हूं। वे एक गजब के संप्रेषक थे, विज्ञान के क्षेत्र में उनके व्यापक कार्य को हमेशा याद रखा जाएगा। रंगमंच के क्षेत्र में भी उनका योगदान उल्लेखनीय है। उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति मेरी संवेदना।’’