कोलकाता । शोधार्थियों के लिए काम कर रहे डीआरएसओ ने अपना पहला सम्मेलन हाल ही में आयोजित किया। जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस सम्मेलन में देश भर से 200 शोधार्थियों ने भाग लिया। सम्मेलन में आईआईटी, एनआईटी, आईआईएसईआर्स, सीएसआईआर के अतिरिक्त बंगाल समेत कई अन्य राज्यों के शोधार्थियों ने भाग लिया। विदेशों के कई प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन मे विभिन्न समस्याओं जैसे फेलोशिप मुद्दों, एमफिल-पीएचडी सीट कटौती, शुल्क वृद्धि, की कमी पर चर्चा की गयी। अतिथि के रूप में यूनिवर्सिटी ऑफ एनिमल एंड फिशरी साइंसेज के पूर्व वीसी चन्द्रशेखर चक्रवर्ती, कलकत्ता विश्वविद्यालय के सेवानिवृत प्रोफेसर और एवं आईएनएसए के मानद वैज्ञानिक ध्रुबज्योति मुखर्जी, प्रोफेसर अमिताभ दत्ता, आईएनएसए के वरिष्ठ वैज्ञानिक अमिताभ दत्ता उपस्थित थे। महान राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित। इस अवसर पर डीआरएसओ की राष्ट्रीय परिषद (काउंसिल) गठित की गयी जिसके अध्यक्ष कानपुर विश्वविद्यालय के अकील मुरली एवं सटिटाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के डॉ. अर्घ्य दास चुने गये। डीआरएसओ की परामर्शदाता परिषद (एडवायजरी काउंसिल ) के चेयरपर्सन सौमित्र बनर्जी चुने गये।