कोलकाता । हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग, ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल इंजीनियरिंग ( आईआईसीएचई), स्टूडेंट चैप्टर के सहयोग से नवाचार और विशेषज्ञों को लेकर चर्चा आयोजित की। ‘चेम्सपार्क 2022’ स्टूडेंट प्रोग्राम है जो वार्षिक तौर पर आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कलकत्ता विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी विभाग के पूर्व डीन प्रो. शेखर भट्टाचार्य ने इंजीनियरिंग के इंटरडिसिप्लीनरी पक्ष के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि केमिकल इंजीनियरिंग में प्रगति इंजीनियरिंग की अन्य धाराओं के साथ जुड़ी हुई है। ‘केमिकल इंजीनियरिंग की तरह ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग में भी इसी तरह की प्रगति देखी गयी है। प्रधान अतिथि के रूप में उपस्थित बाल्मर एंड लॉरी के पूर्व जीएम एवं आईआईसीएचई के काउंसिल एसके रॉय ने कहा कि केमिकल इंजीनियरिंग और कुछ नहीं बल्कि एप्लाइड साइंस के अक्षर हैं। आज केमिकल इंजीनियरों को पानी की कमी जैसे संकट का समाधान खोजने में सक्षम होना चाहिए। जल संरक्षण और इसकी बर्बादी को रोकना अध्ययन का विषय होना चाहिए। इंजीनियरिंग के सिद्धांतों को व्यावहारिक जीवन में उपयोग हो, यह मायने रखता है। कार्यक्रम में हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रिंसिपल प्रो. बासव तौधरी ने भी विचार रखे, साथ ही प्रोसेस सिमुलेशन पर कार्यशाला भी आयोजित की गयी।
एचआईटीके के केमिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. सुलग्ना चटर्जी ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुभवों का लाभ विद्यार्थियों तक पहुँचाना कार्यक्रम का उद्देश्य है। उद्घाटन सत्र में एचआईटीके के रिसर्च एंड डेवलपमेंट डीन प्रो. पिनाकी भट्टाचार्य, रजिस्ट्रार प्रो. सुजीत बरुआ भी उपस्थित थे। हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ पी.के. अग्रवाल ने आयोजन की सराहना की।