आमतौर पर खूबसूरती की जिस परिभाषा को हम देखते-सुनते या अपनाते आए हैं ये उससे हटकर है। शायद आपमें से बहुत से लोग इसे स्वीकार न कर पाएं लेकिन लक्ष्मी ने अपनी अंदरुनी खूबसूरती से सालों से चले आ रहे मापदंडों को तोड़ने की एक बेहतरीन कोशिश की है। उनकी इस कोशिश को एक फैशन ब्रांड ने अपने तरीके से सलाम किया है।
ये वाकई सोच से परे है कि एक लड़की जो एसिड अटैक का शिकार हो चुकी हो, जिसका चेहरा बुरी तरह झुलस चुका हो, जिसके शरीर पर वो दाग आज भी जिंदा हों, वो एक नामचीन फैशन ब्रांड का चेहरा बने।
लक्ष्मी उस वक्त 15 साल की थीं। एक शख्स ने उनको शादी के लिए कहा, लेकिन वह उसमें दिलचस्पी नहीं रखती थीं और उन्होंने इनकार कर दिया। लक्ष्मी के इनकार को वह बर्दाश्त नहीं कर सका और बदला लेने के लिए उसने लक्ष्मी पर एसिड फेंक दिया पर ये लक्ष्मी की आत्मशक्ति ही थी जो उन्होंने हार नहीं मानीं। तकलीफ तो बहुत थी, शारीरिक और भावनात्मक दोनों स्तर पर, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी. आज वह देश में होने वाले एसिड अटैक के खिलाफ और इस हमले की शिकार हुई महिलाओं के लिए काम करती हैं.
लक्ष्मी इससे पहले भी कई कार्यक्रमों में नजर आ चुकी हैं लेकिन इस तरह किसी फैशन ब्रांड को शायद उन्होंने पहली बार पेश किया है। फेस ऑफ करेज नाम के वीवा एंड दीवा के लिए इस कैंपेन का मकसद खूबसूरती को एक अलग रूप में पेश करना था और इसके लिए लक्ष्मी से बेहतर शायद ही कोई चेहरा होता।
एसिड अटैक के बाद उन्हें सैकड़ों सर्जरी से गुजरना पड़ा. बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में लक्ष्मी ने कहा कि ये एक बेहतरीन मौका था जहां मैं खुद को और अपनी जैसी ही महिलाओं को पेश कर सकी. शारीरिक सुंदरता न होने के बावजूद हम किसी से कम नहीं. इससे दूसरी औरतों को आत्मबल मिलेगा और हिम्मत भी.
ये उन अपराधियों के लिए भी एक संदेश था जो ये सोचते हैं कि उनके ऐसा करने से महिलाओं की हिम्मत टूट जाएगी. लक्ष्मी ने इस फैशन ब्रांड के लिए अलग-अलग आउटफिट में पोज शूट कराया.
वहीं लक्ष्मी की जिंदगी भी खूबसूरत हो चुकी है. वह आठ महीने की एक प्यारी बच्ची की मां हैं और उनके पति आलोक दीक्षित भी उन्हीं की तरह एक समाजसेवी हैं