हैबिटियट फॉर ह्यूमैनिटी के साथ जुटाएंगे 32 लाख रुपये
कोलकाता : के -12 स्कूलों का अग्रणी नेटवर्क यूरो स्कूल कोविड -19 पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आया है। इसके लिए स्कूल ने हैबिटिएट फॉर ह्यूमैनिटी नामक अन्तरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन से हाथ मिलाया है। इस साल क्रिसमस पर यूरो स्कूल के विद्यार्थी इस संगठन के साथ देश भर में कोविड -19 पीड़ितों की मदद करेंगे। गौरतलब है कि यूरो स्कूल के 6 शहरों में स्कूलों का बड़ा नेटवर्क है। स्कूल के 8 परिसरों से 1500 विद्यार्थी 45 दिन के भीतर 32 लाख रुपये की बड़ी राशि इस परियोजना के तहत एकत्र करेंगे। यह हैबिटियट फॉर ह्यूमैनिटी द्वारा किसी भी स्कूल के नेटवर्क के साथ क्राउड फंडिंग के जरिए एकत्र की गयी सबसे बड़ी रकम होगी। इसके लिए मार्गदर्शन भी हैबिटियट ही देगा। यूरो किड्स ग्रुप के के -20 स्कूल्स के सीईओ राहुल देश देशपांडे ने कहा कि महामारी ने समाज के बड़े तबके को प्रभावित किया है। विद्यार्थियों को संवेदनशील बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है ताकि वे वंचित लोगों की पीड़ा को समझ सकें। उम्मीद है कि इस छोटे से प्रयास का प्रभाव बड़ा होगा। इस पहल से विद्यार्थियों को हैबिटियट यंग लीडर्स (एचवाईएलबी) – एशिया पैसिफिक वॉलेंटियर सर्टिफिकेट तथा सबसे अधिक फंड उगाहने वाले बच्चों को विश्व के प्रख्यात विश्वविद्यालयों के लिए अनुशंसा पत्र दिये जाएंगे। हैबिटियट फॉर इंडिया के प्रबन्ध निदेशक राजन सैमुअल ने कहा कि बच्चों को अगर सही परवरिश मिले तो वे जिम्मेदार विश्व नागरिक बनेंगे। यूरो किड्स के साथ हुई साझीदारी पर भी उन्होंने खुशी जतायी।