50,000 फूलों के पौधों की खेप पहुँची
कोलकाता : लॉकडाउन के बाद अब कोलकाता, ओडिशा, नेपाल और दक्षिण भारत के कई शहरों से बेतिया में फूलों के पौधों की आवक शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय की नर्सरियों में एक बार फिर से हरियाली देखी जा रही है। विगत कई दशक से फूलों और होम डेकोरेटर से जुड़े ग्रीन प्लांट की उपलब्धता ग्राहकों को कराने के लिए प्रसिद्ध इरशाद आलम ने दैनिक भास्कर को बताया कि हाल ही में कोलकाता से 50,000 तरह-तरह के देसी-विदेशी फूलों के पौधों की खेप पहुंच चुकी है। इसके लिए धीरे-धीरे बिक्री का ग्राफ भी बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि चैंपियन नर्सरी में पौधों की रखरखाव के लिए फिलहाल 40 लोगों की टीम बनाई गई है, जो निर्धारित मानदेय पर फूलों की देखभाल करते हैं। ताकि ग्राहकों को ताजे रंग बिरंगे फूलों के पौधे उपलब्ध हो सके।
ओडिसा से सन ऑफ इंडिया और कोलकाता से मेरी गोल्ड, फायर बॉल की खेप पहुँची
ओडिशाै से एरिका पाम और सन ऑफ इंडिया सहित तरह-तरह के होम डेकोरेटर से जुड़े ग्रीन प्लांट्स मंगाए गए हैं। कोलकाता से मेरी गोल्ड फायर बॉल पिटूनिया बोनसाई सहित तरह-तरह के रंगों वाले फूलों के पौधे मंगाए जा चुके हैं। इरशाद ने बताया कि लॉकडाउन के समय महीनों तक नर्सरी बंद रही जिससे हजारों पौधे नष्ट हो गए और कुछ पौधों के ऊपर शेड लगाकर उनको जीवित रखा गया। लॉकडाउन के कारण फिलहाल नेपाल से ग्राहक नहीं आ रहे लेकिन उत्तर प्रदेश की सीमा सहित आसपास के कई जिलों के ग्राहक फूलों की खरीदारी के लिए आने लगे हैं। इन दिनों सबसे अधिक डिमांड मेरी गोल्ड सहित पौधों का भी है। फलदार पौधों में आम, अमरूद, आंवला, लीची सहित कई पौधे मंगाए गए हैं।