कोलकाता : अपनी जान की चिंता किये बिना दूसरे के लिए काम में जुटे कोरोना वॉरियर्स योद्धाओं (Corona Warriors) के लिए राज्य सरकार की तरफ से एक और अहम घोषणा की गयी है। जानकारी के मुताबिक अगर कोरोना से लड़ाई के दौरान किसी कोरोना वॉरियर की जान जाती है तो उसके परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जायेगी। इस कोरोना काल में डॉक्टर, नर्स एवं स्वास्थ्य कर्मी के अलावा कई लोग ऐसे हैं जो फ्रंटफुट पर काम कर रहे हैं। अपनी जान की चिंता किये बिना ही ये लोग लोगों की सहायता में लगे हैं। ऐसे कोरोना योद्धाओं के लिए सरकार की तरफ से उक्त निर्णय लिया गया है। अगर कोरोना से लड़ाई में कोरोना वॉरियर की जान जाती है या उनकी शारीरिक क्षमता बेहद कमजोर हो जाती है तो उनके परिवार के एक सदस्य को राज्य सरकार नौकरी देगी।
सूत्रों के मुताबिक सरकार की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकारी कार्यालय में कार्यरत अस्थायी कर्मचारी, जो कोरोना युद्ध में शामिल हैं, उनकी मौत या फिर आजीवन उनकी शारीरिक क्षमता कमजोर होने पर सरकार उनके परिवार के सदस्य को नौकरी देगी। नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारी, आंगनवाड़ी कर्मी एवं सिविक वॉलिंटीयर्स सरकार की इस योजना में शामिल रहेंगे।