कोलकाता : अग्रणी जेनरिक फार्मास्यूटिकल कम्पनी हेट्रो द्वारा कोरोना के उपचार हेतु निर्मित कोविफॉर (रेमडेसिविर) को मंजूरी मिल गयी है। अब यह भारतीय बाजार में उपलब्ध होगी। यह एक एंटीवायरल मेडिसिन दवा है और इसे ड्रग कन्ट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गयी है। हेट्रो ग्रुप ऑफ कम्पनीज के चेयरमैन डॉ. बी. पार्थसारथी रेड्डी ने कहा ‘कोविफॉर (रेमडेसिविर) भारत में गेम चेंजर साबित हो सकती है। दवा का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है और हम सरकार के साथ काम करते रहेंगे। यह भारत में ही निर्मित दवा है।’ दवा को डीसीजीआई द्वारा प्रयोगशाला द्वारा सत्यापित तथा संदिग्ध कोरोना के मामलों में बच्चों, गम्भीर लक्षणों के साथ अस्पताल में गये मरीजों को देने की अनुमति मिली है। यह दवा 100 एम जी वायल (इन्जेक्टेबल) के तौर पर उपलब्ध होगी और इसे कुशल चिकित्सक के परामर्श पर बच्चों तथा वयस्कों को दिया जा सकेगा। कोविफॉर (रेमडेसिवीर) 100 मिली ग्राम की शीशी (इंजेक्टेबल) में उपलब्ध रहेगी जिसे अस्पताल में डॉक्टर की निगरानी में इंट्रावीनसली दिया जाएगा। इस उत्पाद को गिलीड साइंसेस इंक के लाइसेंसिंग अग्रीमेंट के तहत लॉन्च किया गया है ताकि निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में कोविड-19 के इलाज का विस्तार किया जा सके।