कोलकाता । मंगलवार कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में ‘एक दिवसीय व्याख्यान और कहानी पाठ ‘का सफल आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश से आए प्रोफेसर आनंद कुमार सिंह ने “अज्ञेय” पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने उनकी कविता ‘बावरा अहेरी’ और ‘असाध्य वीणा’ पर अपने विचार रखे और कहा कि हिंदी के विद्यार्थियों को हिन्दी के साथ अन्य विषयों को भी जानना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हिंदी के विद्यार्थियों को बहुआयामी सोच,भाषा और बोलियों को जानना होगा । कहानीकार सुमन सिंह ने अपनी कहानी “कौन सी सड़क जाएगी बांदा” का बहुत ही सुंदर ढंग से पाठ किया । उन्होंने अपनी कहानी में कोरोना के दृश्यों का वर्णन किया ,किस तरह से लोग उस समय बेबस हुए थे ,सभी संवेदनाओं को उन्होंने अपनी कहानी में बहुत सुंदर ढंग से बताया ।कलकत्ता विश्वविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजश्री शुक्ला ने दोनों अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि हम सब बहुत गौरवान्वित, लाभान्वित और प्रभावित हुए। इस आयोजन में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षक उपस्थित थे ।इनके कारण यह कार्यक्रम सफल हुआ। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभाग के प्रोफेसर राम प्रवेश रजक ने किया और धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के प्रोफेसर विजय कुमार साव ने किया।