कोलकाता : एमएसएन लेबोरेटरीज प्रा। लिमिटेड (एमएसएन) ने मोलनुपिरावीर कैप्सूल के लिए तीसरे चरण का परीक्षण आरम्भ कर दिया है। गत 19 मई को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मोलनुपिरवीर कैप्सूल की प्रभावकारिता और हल्के से मध्यम कोवि़ड -19 के रोगियों पर सुरक्षा अध्ययन करने के लिए नैदानिक परीक्षण की मंजूरी मिली है। एमएसएन भारत भर में 40 से अधिक साइटों में अपना नैदानिक परीक्षण शुरू करेगा और पहली खुराक जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। हल्के से मध्यम COVID-19 से पीड़ित 2400 से अधिक विषयों पर नैदानिक परीक्षण किए जाएंगे।
मोलनुपिरवीर एंटीवायरल गुणों वाली एक प्रायोगिक दवा है और वर्तमान में कोविड -19 उपचार के लिए नैदानिक चरण के अध्ययन के अधीन है। एमएसएन आर एंड डी टीम ने एपीआई और फॉर्मूलेशन दोनों विकसित किए हैं, नैदानिक अध्ययन के सफल समापन के बाद नियामक अनुमोदन के बाद जल्द ही लॉन्च होने की उम्मीद है। कोविड उपचार रेंज के हिस्से के रूप में कम्पनी पहले ही 200mg, 400mg और 800mg की क्षमता वाले फैविलो (फैविपीराविर ), 75 mg कैप्सूल के रूप में ओसेलो (ओसेल्टामीविर ) और बेरीडोज (Baricitinib) उतारा है। एमएसएन से सभी कोविड दवाओं की उपलब्धता के लिए, मरीज एमएसएन कोविड हेल्पलाइन @ 91005 91030 पर संपर्क कर सकते हैं या अधिक सहायता के लिए [email protected] पर ईमेल कर सकते हैं।