कोलकाता : एमएसएन लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड (एमएसएन) ने मेडिकल क्षेत्र में एक और कदम आगे बढ़ाया है। कम्पनी ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की इकाई रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (डीआरडीई), इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (आईएनएमएएस) के साथ भारत में 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के निर्माण, वितरण और विपणनके लिए एक लाइसेंस करार किया है। डीआरडीओ द्वारा विकसित, 2-डीजीको ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा गंभीर कोविड-19रोगियों के लिए सहायक चिकित्सा के रूप में इस दवा के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी गयी है।
एमएसएन लैब्स2 डीजी को दिन में दो बार उपयोग वाले उत्पाद के रूप में सैशे के रूप में एमएसएन 2डी ब्रांड नाम के तहत 2.34 ग्राम क्षमता में लॉन्च करेंगी। कोविड उपचार रेंज के हिस्से के रूप में, एमएसएन ने पहले ही ‘ओसेलो’ ब्रांड नाम के तहत ओसेलटामिविर कैप्सूल एंटी-वायरल दवा, ब्रांड नाम ”फेविलो” के तहत फेविपीरिवर जैसी एंटी कोविड दवा; ”बारीडोज ” ब्रांड नाम के तहत बारीसिटिनब और ”पोसावन” ब्रांड नाम के तहत पोसाकोनाजोल जैसी एंटिफंगल दवाएं लॉन्च कर दी हैं। इसके अलावा एमएसएन अस्पताल में भर्ती कोविड के गंभीर मरीजों पर अविप्टाडिल और हल्के और मध्यम कोविडरोगियों पर मोलनुपिरवीर जैसी दवाओं के साथ के साथ क्लिनिकल परीक्षण का संचालन भी कर रहा है।