गुजरात का चीखली गांव एक साल पहले तक पानी और जरूरी सुविधाओं के लिए तरसता था, लेकिन अब वह आदर्श गांव बनने की राह पर बढ़ चला है। महज एक साल के भीतर यहां सभी 450 घरों में पानी के नल के कनेक्शन लग गए हैं। हर घर में शौचालय भी है। सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं। जिले का पहला रिवरफ्रंट भी तैयार हो चुका है।
नवसारी जिले के इस गांव के कायापलट के पीछे यहां के भाजपा सांसद सीआर पाटिल की बड़ी भूमिका है। पाटिल ने एक साल पहले चीखली गांव को गोद लिया था। इसके बाद यह गांव विकास की राह पर सरपट दौड़ पड़ा। पाटिल के प्रयासों से महज एक साल में इस गांव पर तीन करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके अलावा करीब ढाई करोड़ रुपए ग्राम पंचायत ने खर्च किए। नतीजा यह रहा कि जो गांव पहले खराब सड़क की वजह से आसपास से कटा रहता था। अब वह नजदीकी गांवों के साथ-साथ जिला मुख्यालय से पक्की सड़क से जोड़ा जा चुका है। सड़क के किनारों पर ब्लॉकिंग की गई है ताकि कीचड़ न हो।
गांव की सरपंच ज्योति बेन ने बताया कि गांव के विकास में पर्यावरण का खास ध्यान रखा गया है। सीवेज का गंदा पानी नदी में न जाए, इसके लिए फिल्टर प्लांट लगाया गया है। गांव और सड़क के किनारे पौधारोपण किए गए हैं। शवों को जलाने के लिए इलेक्ट्रिक मशीन लगाई गई है। आंगनवाड़ी में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
ऐसे मिला गांव को नया रूप:
– 20 लाख खर्च से 450 घरों में लगाए गए नल के कनेक्शन।
– 172 शौचालय बनवाए गए 2 लाख रुपए खर्च कर।
– 10 लाख खर्च कर लगवाए गए दर्जनों सीसीटीवी कैमरे।
– 06 लाख खर्च कर किया गया पौधारोपण।
– 20 लाख खर्च किए गए स्वच्छता के लिए।
– 20 लाख खर्च कर बनाया रिवरफ्रंट।
– 20 लाख खर्च से 450 घरों में लगाए गए नल के कनेक्शन।
– 172 शौचालय बनवाए गए 2 लाख रुपए खर्च कर।
– 10 लाख खर्च कर लगवाए गए दर्जनों सीसीटीवी कैमरे।
– 06 लाख खर्च कर किया गया पौधारोपण।
– 20 लाख खर्च किए गए स्वच्छता के लिए।
– 20 लाख खर्च कर बनाया रिवरफ्रंट।