मुंबई: 26/11 हमलों के केस में पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली की गवाही अमेरिका से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी है। उसके गुनाहों को कबूल करवाने और उसके राज को उगलवाने की जिम्मेदारी स्पेशल प्रॉसिक्यूटर उज्ज्वल निकम को सौंपी गई है। कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया वाले निकम अबू सलेम से लेकर संजय दत्त तक को सजा दिला चुके हैं।पाकिस्तान में नहीं मिली इजाजत…
– कसाब की फांसी के बाद जब निकम पाकिस्तान गए तो उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया गया।
– दरअसल, हुआ यूं था कि कसाब को फांसी देने के बाद निकम केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान गए थे।
– पाकिस्तान में निकम ने तक्षशिला विद्यापीठ देखने की इच्छा जाहिर की तो पाक अधिकारियों ने कहा कि, “निकम साहब, दल के अन्य लोग जा सकते है लेकिन आप नहीं। आप यहां बहुत पॉपुलर हैं।”
– इसके बाद निकम ने तक्षशिला जाने का प्लान ड्राप कर दिया था।
कई बड़े केस लड़ें
– निकम 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट का केस लड़ चुके हैं।
– इसके अलावा वे गुलशन कुमार मर्डर केस, प्रमोद महाजन मर्डर केस, गेटवे ऑफ इंडिया ब्लास्ट, 26/11 हमले जैसे महत्वपूर्ण केस लड़ चुके हैं।
– यूनाइटेड नेशन कांफ्रेंस में निकम आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की ओर से शामिल हो चुके हैं।
– कसाब के मामले में सुनवाई के दौरान निकम को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा सरकार की ओर से मिली थी।
महाराष्ट्र में हुआ था जन्म
– महाराष्ट्र के जलगांव शहर के एक मराठा परिवार में उज्जवल निकम का जन्म हुआ था।
– यहीं से उन्होंने लॉ की डिग्री हासिल की। वे कई वर्षों तक डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट के वकील रहे।
– निकम के पिता बैरिस्टर देव रावजी निकम महाराष्ट्र के फेमस जज थे।
– निकम को पुणे के डी.वाई पाटिल यूनिवर्सिटी से डाक्टरेट की उपाधि मिली है।