कोलकाता : राष्ट्रीय पुस्तकालय में 15 मार्च से 30 मार्च तक ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ का आयोजन किया गया। इस पखवाड़े में स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखते हुए तमाम कार्यक्रम भी हुए।
स्वच्छता के प्रति जागरूक कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय पुस्तकालय ने ‘पर्यावरण और स्वच्छता’ को केंद्र में रखते हुए 26 मार्च को ‘ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता’ का आयोजन भी किया जिसमें देशभर के विभिन्न विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ‘ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता’ जूनियर्स वर्ग के विजयी प्रतिभागियों में लक्ष्मीपत सिंहानिया एकेडमी की सान्वी द्विवेदी, एशियन इंटरनेशनल स्कूल, हावड़ा के साग्निक चौधरी, लक्ष्मीपत सिंहानिया एकेडमी की दृश्या गोयल, पनव्व श्रॉफ, सिद्धार्थ पोद्दार शामिल हैं।
सीनियर्स वर्ग में डीएवी पब्लिक स्कूल जमशेदपुर के आयुष कुमार झा, लक्ष्मीपत सिंहानिया एकेडमी के श्रीकार, गौरव पोद्दार, ग्रंथ खंडेलवाल और इशान सम्माद्दर ने पुरस्कार प्राप्त किया। वहीं, मास्टर्स यानी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय वर्ग में आईआईएसईआर, बहरमपुर के वैभव श्रीवास्तव ने प्रथम स्थान, प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय की अंजलि रजक ने द्वितीय तथा उत्तीर्णा धर ने तृतीय, कर्नाटक विश्वविद्यालय के सिद्दप्पा हम्मानाइक ने चतुर्थ और अक्षय कुमार ने पंचम स्थान प्राप्त किया।
इसके साथ ही पखवाड़े के अंतिम दिन पुस्तकालय में स्वच्छता पर आधारित नाट्य-प्रस्तुति का आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय पुस्तकालय के महानिदेशक प्रो. अजय प्रताप सिंह के दीप प्रज्ज्वलन से हुई। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए सिंह ने कहा ‘स्वच्छता केवल परिकल्पनाओं तक ही सीमित न रहे बल्कि आप इसे अपने व्यवहार में भी लाने का प्रयास करें। आपका एक प्रयास गांधी के सपनों को साकार करेगा और प्रत्येक व्यक्ति को मानसिक और शारिरिक रूप से स्वस्थ करने के साथ देश को भी स्वस्थ और सुदृढ़ बनाएगा।’ इसी कड़ी में रितेश कुमार पाण्डेय के निर्देशन में हावड़ा नवज्योति संस्था की बच्चियों ने ‘कोरोना और स्वच्छता’ पर शानदार नाट्य प्रस्तुति देकर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक होने के लिए प्रेरित भी किया। संगीत-नृत्य के पुट से स्वच्छता के प्रति जागरूक कराने वाली इस नाट्य-प्रस्तुति को काफी सराहा भी गया। इस आयोजन में कार्यक्रम के संयोजक काली चरण गौड़ (सहायक पुस्तकालय एवं सूचना अधिकारी) के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कनिष्ट हिंदी अनुवादक, राष्ट्रीय पुस्तकालय के विनोद कुमार यादव ने किया।
(रपट – अनूप यादव)