बालुरघाट : प्रतिभा कहीं भी निखर सकती है और इसका एक प्रमाण हैं एक मूर्तिकार। बालुरघाट में रहने वाली एक शिक्षिका जो मिनियेचर मूर्तियाँ बनाती हैं।
मूर्तियों का आकार छोटे से छोटा करना, इनका पूरा ध्यान इस पर ही है औऱ बालुरघाट में ये जाना – पहचाना नाम हैं।
सोमा मुखर्जी लगातार तीन सालों से मा दुर्गा की छोटी से छोटी प्रतिमा बनाने के लिए प्रयासरत है।
बचपन से कुछ न कुछ बनाते रहना ही उनका शौक है और मकसद है दुनिया में सबसे छोटी माँ दुर्गा की प्रतिमा बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम करने का।
इस बार सोमा ने जीरो प्वाइंट 4 सेन्टीमीटर की प्रतिमा बनाई है जो माचिस की तीलियों पर निर्मित की गयी है। पर बनाई हुई है।
सोमा मुखर्जी कहती हैं, ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में नाम दर्ज कराना चाहती हूँ और मैं पूरी कोशिश कर रही हूँ।’ सोमा मुखर्जी के पति का नाम सैकत मुखर्जी है उनका एक बेटा है । जो बीएससी एग्रीकल्चर फर्स्ट ईयर में है।