हम भारतीय अगर किसी चीज को गम्भीरता से नहीं लेते तो वह हमारा इतिहास है।
भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश में चुनाव आज भी अपने मूल रीति-नीति को नहीं अपना
सुषमा त्रिपाठी आनन्द प्रकाशन वर्ष 2018 उपलब्धता – अमेजन तथा आनन्द प्रकाशन, कोलकाता किताब के
सुषमा त्रिपाठी मानव प्रकाशन वर्ष -2016 उप्लब्धता – अमेजन पुस्तक के बारे में – यह
कोलकाता : साहित्यिकी ने गत 19 अप्रैल को भारतीय भाषा परिषद के सभागार में चर्चित
क्रान्तिकारी बिरसा मुंडा का जन्म 1870 के दशक में (1875) में छोटा नागपुर में मुंडा
कोलकाता : स्टारमार्क में हाल ही में सुप्रिया नेवर की पुस्तक कलकत्ता क्रोनिकल्स – रियर व्यू
कोलकाता : विश्व कला दिवस तथा बांग्ला नववर्ष पर हाल ही में महानगर की कलात्मक
वसुंधरा मिश्र की कहानियों का प्रथम संग्रह ‘टहनी पर चिड़िया’ स्त्री संवेदना की यथार्थ अनुभूतियों
तेलगु अभिनेत्री साईं पल्लवी अपनी पहली ही फिल्म ‘फिदा’ से दर्शकों का दिल जीतने में