सनातन परंपरा की उपासना-पद्धति में संकर्षण यानी बलराम और वासुदेव कृष्ण के साथ एक देवी
देवी योगमाया का उल्लेख महाभारत में आता है…कहीं पर उनको विन्ध्यवासिनी देवी का अवतार बताया
महर्षि पतञ्जलि (पतंजलि) एक संत हैं जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व के दौरान कुछ समय रहे
आषाढ़ माह में भगवान रथ पर सवार होकर अपनी मौसी रानी गुंडिचा के घर जाते
ओड़ीसा के पुरी में प्रतिवर्ष आषाढ़ द्वितीया पर प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है।
पुरी का जगन्नाथ मंदिर भक्तों की आस्था केंद्र और विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह हिन्दुस्तान
जगन्नाथ रथयात्रा के पहले प्रभु जगन्नाथ को 108 कलशों से शाही स्नान कराया जाता है।
ग्लोबल वार्मिंग तथा जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न होने वाले पर्यावरण संकट की समस्या व
भौतिक विकास के पीछे दौड़ रही दुनिया ने आज जरा ठहरकर सांस ली तो उसे
चढ़ावा से 10 लाख रुपये रोज की कमाई महावीर मंदिर पटना में नैवेद्यम प्रसाद की