मैं रात के अँधेरे में सितारों की ओर देखता हूँ जिन की रोशनी भविष्य की
शिक्षण संस्थान – खुदीराम बोस सेन्ट्रल कॉलेज प्रतियोगिता – विषय आधारित लेखन विधा – कविता गुरू
ॐ अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः। श्री सीतारामचंद्रो देवता । अनुष्टुप् छंदः। सीता शक्तिः। श्रीमान हनुमान्
मुम्बई : ‘‘आन’’,‘‘ बरसात’’और ‘‘दीदार’’ जैसी हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी 1950 और 60
नयी दिल्ली: कोरोनावायरस महामारी को लेकर दुनिया भर में जंग जारी है. भारत में 21
भारत की संस्कृति “वसुधैव कुटुम्बकम् ” और “सर्वे भवंतु सुखिनम् ” की रही है। पारंपरिक
जैसे हर चमकती चीज का मतलब सोना नहीं होता वैसे हर एक छींक का मतलब
प्रत्यंचा युवा कवयित्री पंखुरी सिन्हा का हिंदी में तीसरा कविता संग्रह है। इसमें १४६ कवितायेँ
कितना अच्छा होता यदि चिड़ियां होते हम ! साथ चुगते दाना हरदम हंसते हंसते हम
– होरी खेलत हैं गिरधारी। मुरली चंग बजत डफ न्यारो। संग जुबती ब्रजनारी।। चंदन केसर