वीडियो सौजन्य – हिन्दी का आँगन
‘स्त्री की मुक्ति भी स्त्रीलिंग ही तो है! कभी अकेली नहीं मिलती! हरदम वह झुंड
मुम्बई : गाने के रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ के 12वें सीजन के विजेता पवनदीप राजन
श्वेता गुप्ता सब्र करो, सब कहते मुझसे, पर कितना सब्र करू मैं?! अधूरे रिश्ते,अधूरे वादे,
सभी सखियों को नमस्कार। सखियों, आज मैं आपसे पहेलियों की बात करूंगी। घबराइए मत, पहेलियाँ
युग-युग की शांति अहिंसा की, लेकर प्रयोग गरिमा समस्त, इतिहास नया लिखने आया, यह पुण्य
वह जितनी डोगरी की लेखिका थीं, उतनी ही हिंदी की भी थीं। अलबत्ता, हिंदी वाले
वो पहली मुलाक़ात आज भी याद है मुझे अजनबी थे हम दोनों एक दूसरे के