आरा शहर में होली मिलन समारोह में बाबू कुँवर सिंह आईल रहले . धरमन बाई
महाराजा सर रामेश्वर सिंह ठाकुर ( 16 जनवरी 1860 – 03 जुलाई 1929) दरभंगा के
चला चलीं कहीं बनवा के पार हिरना एही बनवा में बरसै अंगार हिरना। रेत भइलीं
महापात्र शब्द अपने आप में महान है वैसे तो महापात्र शब्द का शाब्दिक अर्थ महान+पात्र
कोलकाता के बीबीडीबाग इलाके में टेलिफोन भवन के पास एक प्रतिमा है। हालांकि सफेद पत्थरों
नरसिंह देव क द्वारा शुरू कैल गैल पंजी प्रथा आजुक भोजपत्र आओर कागज क रूप
दरभंगा राज का भारत के महाराजाओं के युग में महत्वपूर्ण स्थान और योगदान है। दरभंगा
दरभंगा राज बिहार प्रान्त के मिथिला क्षेत्र में लगभग 8380 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ था। इसका
वैसे विगत सौ वर्षों में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने देश को अनगिनत प्रतिभाएं दी हैं।
7 घंटा से बेसी, लगातार छठ गीत। अलग अलग गायक गायिका के, नाना प्रकार के,