भाषा का लेकर चंदन, आओ कर लें अभिनंदन की गर्व से हिन्दी बोलें, चलो हिन्दी
दो वर्तमान का सत्य सरल, सुंदर भविष्य के सपने दो हिंदी है भारत की बोली
कोलकाता । बेथुन कालेज, कोलकाता के हिंदी विभाग के प्रोफेसर रहे डॉ. अभिजीत भट्टाचार्य का
कोलकाता । ‘आज के इस यांत्रिक समय में ‘मन की पीर’ और ‘विनय याचना’ जैसी
कोलकाता । जुबली सभागार में आयोजित गत 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षक
मिदनापुर । विद्यासागर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से शिक्षक दिवस के अवसर पर
अयं निजः परोवेति गणना लघुचेतसाम् । उदारचरितानां तु वसुधैवकुटुम्बकम् ॥ (महोपनिषद्, अध्याय ६, मंत्र ७१)
भारतवर्ष ने जहां एक ओर विदेशी आक्रांताओं का दंश झेला, अत्याचार सहे वहीं दूसरी ओर
नाम:-अंजलि माली स्थान:- कलकत्ता विश्वविद्यालय
रक्षाबंधन ऐसा पर्व है जिसके लिए भाई और बहन इस पर्व के सबसे अधिक उत्साहित