दबी – दबी ही सही भारतीयों में आस थी कि प्रथम लॉक डाउन खत्म होते
– बब्बन (1) गाँधी, गौतम, नानक , महावीर, रसखान, रहीम, टैगोर, कबीर। सूर ,तुलसी, गालिब,
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य के बारह शिष्यों में से एक संत कबीर सभी से अलग थे। उन्होंने गुरु
मुम्बई : ‘‘छोटी-सी बात’’ और ‘‘रजनीगन्धा’’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले अनुभवी फिल्म निर्माता
हम सब जानते हैं कि कोरोना काल के कारण देश और अर्थव्यवस्था किस स्थिति से
मुम्बई : कहीं दूर जब दिन ढल जाए, जिंदगी कैसी है पहेली, रिमझिम गिरे सावन, ना
उत्कर्ष जायसवाल शिक्षण संस्थान – पूर्वान्चल विद्यामंदिर
शिक्षिका – नीलम सिंह, वाराणसी कक्षा -10 पाठ्यपुस्तक – एन. सी. ई. आर. टी हिंदी
‘लॉकडाउन’ कभी नहीं सोचा था किसी ने की मनुष्य के जीवन पर कभी भी तालाबंदी
प्रतिभागी – शुभांगी उपाध्याय संस्कृत श्लोक – श्रीमद्भगभतगीता -कर्मयोग