जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य के बारह शिष्यों में से एक संत कबीर सभी से अलग थे। उन्होंने गुरु
मुम्बई : ‘‘छोटी-सी बात’’ और ‘‘रजनीगन्धा’’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले अनुभवी फिल्म निर्माता
हम सब जानते हैं कि कोरोना काल के कारण देश और अर्थव्यवस्था किस स्थिति से
मुम्बई : कहीं दूर जब दिन ढल जाए, जिंदगी कैसी है पहेली, रिमझिम गिरे सावन, ना
आ गया ‘लॉकडाउनऑनडोमेस्टिकवायलेंस’ का बांग्ला संस्करण अक्षरा सेन्टर ने डेविड एंड गोलिथ फिल्म और स्वयं
कोलकाता : कोटाक महिन्द्रा 811 ने भारत का पहला जीरो कॉन्टैक्ट कोटाक 811 अभियान जारी
कहते हैं कि बच्चों को वातावरण और प्रोत्साहन मिले तो उनकी प्रतिभा और निखर जाती
न जाने कब से मनुष्य के अंतरतर से ‘दीन रट’ निकलती रही : मैं अंधकार
शैलेश गुप्ता करना है प्रतिवाद तुम्हें उस थप्पड़ का भी जो मिला था , अहिल्या
भारतीय सिनेमा दुनिया के लोकप्रिय सिनेमा में से एक हैं। यह सिनेमा अलग-अलग भाषाओं में