परीक्षित जायसवाल मंज़िल ना सही सफ़र तो मिला है, ज़िन्दगी जीने का एक बहाना
टिना लामा “जीने का अधिकार सबको है आज” रोज सुबह उठकर मेरा खुद से ही
जिन्दगी में मुश्किल चाहे कितनी भी बड़ी हो, हार नहीं माननी चाहिए..कोरोना काल के बीच
रेशमी सेनशर्मा बलात्कार! क्या केवल एक शब्द ही है जिसे सुनकर लोग चौंक जाते हैं
– प्रीति साव ये हल्की सी मुस्कुराहटें चिन्ताओं से मुक्ति का देती है एहसास न
कि – जहां शब्द जुड़े। जैसे – मोहन की पुस्तक। की – जहां वाक्य जुड़े।
प्रतियोगिता – चित्रांकन शिक्षण संस्थान- विद्यासागर कॉलेज फॉर विमेन रुचि-चित्रकला ,शिक्षिका बनना