पटना/सुपौल: कोसी रेंज में लोगों का 90 साल पुराना सपना सच होने जा रहा है।
कवि गुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कविता पढ़ रही हैं शुभस्वप्ना मुखोपाध्याय
लखनऊ : किसी ने सच कहा है अपने पर विश्वास हो तो परेशानियां भी खुद
15/16 जून की उस सर्द रात में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में तक़रीबन 14,000
गुलाम रसूल गलवान ने गलवान घाटी की खोज की थी, अंग्रेजों ने उन्हीं के नाम
मूल रचना : डॉ. एम.लक्ष्मी कुमारी हिंदी अनुवाद: शुभांगी उपाध्याय मुक्तसङ्गोऽनहंवादी धृत्युत्साहसमन्वित: | सिद्ध्यसिद्ध्योर्निर्विकार: कर्ता
काकी आशा पांडेय का कलेजा हाथियों के प्रति हो रही क्रूरता से दहला है…सुनिए वह
चलो! रजनी ढालि का बेटा अलाउद्दीन आया है अलाउद्दीन ढालि शेख गा रहे हैं। नजरें
रिटायरमेंट के बाद हर सरकारी कर्मचारी जहां आराम भरी जिंदगी जीने लगता है वहीं हिमाचल
कहते हैं कि जब बात दूर तक ले जानी हो तो लहजा बदलना पड़ता है