अगर आज से 4 या 5 साल पहले अगर यह बात की जाती तो शायद
बिलासपुर.अपने बेटे करन की आंखों की रोशनी चले जाने पर भी छत्तीसगढ़ के कोरबा की
रवीन्द्रनाथ टैगोर मेरी पाँच बरस की लड़की मिनी से घड़ीभर भी बोले बिना नहीं रहा
आज के वक्त में काम और घर संभालने का जिम्मा आपके कंधों पर आता है.
अक्सर हम बच्चों के बड़े होने के दौरान ही उन्हें निर्णय लेने की क्रिया से
मजदूर का जन्म एक हथौड़ेवाला घर में और हुआ ! हाथी सा बलवान, जहाजी हाथों वाला
बच्चे खेलने के दौरान सबकुछ भूल जाते हैं। खेलने के दौरान न तो उन्हें गर्मी
मध्य प्रदेश की प्रियंका भदोरिया ने शादी से पहले ससुराल वालों के सामने एक ऐसी
मुंबई. कई प्रोफेशन्स पर केवल मर्दों का ही अधिकार माना जाता है। ऐसा ही एक पेशा
पानीपत (हरियाणा). गांव चुलकाना निवासी रणवीर गुप्ता, समालखा के जिस गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़े