Wednesday, December 17, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]

दलित सुहागिनों द्वारा पूजे जाने वाले इस मंदिर में पहली बार पुरुषों को मिलेगा प्रवेश

केंद्रपाड़ा : ओडिशा के सतभया मंदिर का मा पंछूबाराही मंदिर देश के दूसरे मंदिरों की तरह है लेकिन इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां स्थापित की गईं पांच मूर्तियों को पुरुषों का छूना वर्जित है। यहां केवल दलित समुदाय कि खासतौर से स्थानीय मछली पकड़ने वाले समुदाय की महिलाएं ही पूजा करती हैं। इन्हीं दलित महिलाओं के पास मंदिर में पूजा-अर्चना करने का विशेषाधिकार है। यह परंपरा पिछले 400 सालों से अनवरत जारी है। मगर जलवायु परिवर्तन की वजह से मंदिर के आस-पास समुद्र का पानी बढ़ रहा है जिसकी वजह से मंदिर के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।
इसी वजह से पुरुषों को पहली बार मंदिर में रखी मूर्तियों को छूने का अवसर मिलेगा क्योंकि मंदिर को 12 किलोमीटर दूर शिफ्ट किया जा रहा है। इसी कारण मंदिर की पुजारिनों के पास पुरुषों को गर्भगृह में आने कि इजाजत देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है। मंदिर की सेवा पांच पुजारिनें बारी-बारी से करती हैं। एक पुजारिन सबिता दलेई का कहना है कि महिलाओं के लिए इन भारी मूर्तियों को उठाकर ले जाना संभव नहीं है। हमें मूर्तियों को ले जाने के लिए पुरुषों और मूर्तिकारों की जरूरत है। शुक्रवार को पुरुष अपनी पीठ पर लादकर इन मूर्तियों को बागापटिया लेकर जाएंगे। बागापटिया पहुंचने के बाद पुजारिनें इन्हें पूजा-अर्चना के बाद शुद्ध कर देंगी। कॉलेज की पूर्व प्रिंसिपल धरानिधार राउत ने कहा- ऐसे समय में जब देश के बहुत से मंदिर दलितों की पहुंच से दूर हैं और कई मंदिरों में महिलाओं को आने की अनुमति नहीं है जैसे कि केरला का सबरीमाला मंदिर, उस समय मा पंछूबाराही महिलाओं के लिए आशा की एक किरण है। उन्होंने बताया कि समुद्र के बढ़ते जलस्तर के कारण सतभया के लोग पिछले काफी समय से परेशान हैं। इसने बहुत से घरों और खेती की जमीन को निगल लिया है।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

शुभजिताhttps://www.shubhjita.com/
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।
Latest news
Related news