स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने 25 करोड़ से अधिक बचत खाताधारकों को राहत देते हुए न्यूनतम बैलेंस न रखने पर लगने वाले चार्ज में 75 फीसदी की कटौती कर दी है। ये नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी। एसबीआई ने कहा कि उसने यह फैसला तमाम हितधारकों की ओर से मिलने वाली प्रतिक्रियाओं के आधार पर लिया है।
एसबीआई सहित देश भर के अन्य बैंक अब खाते में पर्याप्त राशि न होने पर पेनाल्टी लगाने लगे हैं। अब मेट्रो शहरों में रहने वालों के लिए 3 हजार रुपये, छोटे शहरों के कस्टमर्स के लिए 2 हजार रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह एक हजार रुपये तय की गई थी।
1 अक्टूबर से तय की गई थी नई दरें
एसबीआई ने 1 अक्टूबर से अपनी मिनिमम ऐवरेज बैलेंस की दरें तय कर दी थी। हालांकि अन्य बैंकों में यह दर एक हजार रुपये से लेकर के 25 हजार के बीच में है। सरकारी बैंकों में जहां मिनिमम बैलेंस रखने की दर काफी कम है, वहीं प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में यह काफी ज्यादा है।
मेट्रो और बड़े शहरों में लगेगा यह चार्ज
बैंक ने मेट्रो और बड़े शहरों के खाताधारकों पर लगने वाले चार्ज में भारी कटौती की है। अब अकाउंट में मिनिमम बैलेंस न रखने वाले ग्राहकों से बैंक 50 रुपये के बजाय 15 रुपये काटेगा। इसमें 18 फीसदी जीएसटी अतिरिक्त लगेगा। बैंक के इस कदम से करोड़ों ग्राहकों को लाभ मिलेगा, जो किसी वजह से खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रख पाते हैं।
छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में 10 रुपये
छोटे शहरों और गांव-कस्बों में रहने वाले लोगों को भी बैंक ने राहत दी है। जहां पहले दोनों जगह 40 रुपये बैंक काटता था, वहीं अब यह छोटे शहरों में 12 रुपये और गांव-कस्बों के लिए 10 रुपये कर दिया है।