कोलकाता। एक बार फिर डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ममता बरसी है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि, विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने आठ हजार से अधिक डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति की करने का फैसला किया है। इस भर्ती की जिम्मेदारी वेस्ट बंगाल हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड को सौंपी गई है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एक हजार ८४८ पद डॉक्टरों के लिए होंगे। इनमें एक हजार २२७ पद जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर और ६२१ पद स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए हैं। इन स्पेशलिस्ट पदों में ४७ असिस्टेंट प्रोफेसर के पद भी शामिल हैं। नर्सों के लिए कुल ५,०१८ पद निकाले गए हैं, जिनमें बेसिक बीएससी नर्सिंग के दो हजार ३३०, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग के २५२, महिला जीएनएम के २,०९२ और पुरुष जीएनएम के ३४४ पद हैं। इसके अलावा ६०० से अधिक मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट, ३५० फार्मासिस्ट और ३१ रेडियोफिजिसिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही ऑडियोलॉजिस्ट, स्पीच पाथोलॉजिस्ट, फैसिलिटी मैनेजर, फार्मेसी कॉलेज, ड्रग लैब और नर्सिंग कॉलेजों के शिक्षकों के पद भी भरे जाएंगे। स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए एमडी या एमएस की डिग्री अनिवार्य होगी, जबकि कुछ पदों के लिए डीएम या एमसीएच जैसी सुपर स्पेशलाइजेशन डिग्री जरूरी होगी। असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों में सबसे ज्यादा रिक्तियां जनरल मेडिसिन (४८), एनेस्थेसियोलॉजी (४७) और जनरल सर्जरी (४३) में हैं। ऑनलाइन आवेदन १३ अगस्त से शुरू होकर ३ सितंबर दोपहर दो बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। आवेदन के साथ शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। राज्य सरकार का कहना है कि इस भर्ती से जिला और ग्रामीण अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ साथ मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की कमी भी दूर होगी।