Sunday, May 11, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]

मां बनने के बाद आसान बनाएं काम पर वापसी

बच्चे के जन्म के बाद काम पर वापस लौटना इमोशनली और फिजिकली काफी बड़ा बदलाव होता है। साथ ही यह काफी चैलेंजिग भी होता है। कई मांएं एक तय रूटीन की तरफ लौटना और खुलकर जीना चाहती हैं, लेकिन काम पर लौटना अपने साथ हेल्थ से जुड़ी कई सारी समस्याएं भी लेकर आता है, जिस पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता।
पोस्टपार्टम फटीग है प्रमुख समस्या
इन समस्याओं में सबसे आम पोस्टपार्टम फटीग की समस्या है। रात के समय बच्चे को फीड कराने और हमेशा उनकी देखभाल में लगे रहने की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती, जोकि एनर्जी के स्तर और एकाग्रता पर बहुत बुरा असर डालती है। इसकी वजह से नई मॉम को अच्छी तरह काम करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अक्सर ऐसा होता है कि यह फटीग या थकान पोस्टपार्टम डिप्रेशन या एंग्जायटी की वजह से और भी बढ़ जाती है। 7 में से 1 महिला इससे प्रभावित होती है और अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो उनके इमोशनल हेल्थ तथा वर्कप्लेस पर उनकी परफॉर्मेंस बिगड़ सकती है।
मां बनने के बाद होती हैं ये समस्या
मैटरनिटी लीव के बाद भी शारीरिक रूप से स्वस्थ होने में लंबा समय लगता है। कई महिलाओं को लगातार पेल्विक पेन, बैकपेन सताता रहता है या फिर वे सर्जरी की रिकवरी से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही होती हैं। ब्रेस्टफीड करा रही मांओं को काम पर फीड कराना खर्चीला और इमोशनली चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर अगर वहां पम्पिंग के लिए पर्याप्त जगह या समय ना हो।
“बाउंस बैक” करने का दबाव नई मांओं को अपनी ही सेहत को नजरअंदाज करने, खाना न खा पाने, बीमारी के लक्षणों को टालने या फिर फॉलो-अप के अपॉइंटमेंट मिस कर देने की स्थिति पैदा कर सकता है।
ऐसे मिल सकती है मदद – अपने सहकर्मियों के समर्थन से काफी बड़ा फर्क आ सकता है। फ्लेक्सिबल शेड्यूल, काम की जगह पर ही चाइल्डकेयर की सुविधा, लैक्टेशन के लिए एक अलग कमरा और संवेदनशील सुपरवाइजर्स, इस बदलाव को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं। साथ ही मांओं के फिजिकल और मेंटल रिकवरी में भी मदद कर सकते हैं।
नयी मांओं की जिंदगी में काम पर वापसी करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इसके साथ आने वाली सेहत से जुड़ी समस्याओं को समझना और उन्हें दूर करना भी उतना ही जरूरी है। चाहे परिवार हो या वर्कप्लेस जागरूकता, सहयोग और संवेदना से यह तय किया जा सकता है कि मांएं सिर्फ काम पर वापसी ही नहीं करेंगी, बल्कि स्वस्थ भी रहेंगी।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

शुभजिताhttps://www.shubhjita.com/
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।
Latest news
Related news