कोलकाता । नयी दिल्ली से प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘पुलिस पब्लिक प्रेस’ के द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन कोलकाता के भारतीय भाषा परिषद में 21 जनवरी, रविवार को किया गया था। इस संगोष्ठी का विषय ‘पुलिस बिन एक दिन’ था। इस संगोष्ठी का उद्देश भारत को अपराध मुक्त करना है और आम जनता तथा पुलिस के बीच संबंध तथा संवाद स्थापित करना है। जिसके लिए संगोष्ठी के साथ-साथ एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के विद्यालयों और विश्वविद्यालयों के चयनित 12 प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति मंच पर दी। इन प्रतिभागियों का चयन ऑनलाइन चयन प्रक्रिया द्वारा किया गया था। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के ओंकार बनर्जी, द्वितीय स्थान सेंट ल्युक डे स्कूल की वर्षा जायसवाल, तृतीय स्थान पर कांकीनारा हाई स्कूल के पीयूष साव और चतुर्थ स्थान सेंट ल्यूक डे स्कूल की सृष्टि सिंह ने प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता के निर्णायकों की रूप में वरिष्ठ कवयित्री विद्या भंडारी, जनवादी कवि राज्यवर्धन और एम.एम.टी.सी. के पूर्व निदेशक मृत्युंजय श्रीवास्तव उपस्थित थे। इस आयोजन के प्रधान अतिथि और संगोष्ठी के मुख्य वक्ता पूर्व आई.पी.एस. विजय कुमार को उनके साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साहित्यिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान और कार्यों के किए डॉ. केयूर मजमूदार, प्रो. (डॉ) संजय जायसवाल, रचना सरन, विनोद यादव, प्रिया श्रीवास्तव, चेतन चौधरी, प्रकाश किल्ला, सोनू जायसवाल, सुशील कुमार सिंघल, सुरजीत दे, दिनेश जायसवाल, तारक नाथ दुबे, अल्पना सिंह आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में पुलिस पब्लिक प्रेस पत्रिका के कर्णधार पवन कुमार भूत ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।