कोलकाता । भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज की एनएसएस इकाई ने छात्र सप्ताह 2023 के अंतर्गत आशा नयन, डॉन बॉस्को के बच्चों के लिए एन एस एस की कोऑर्डिनेटर प्रो गार्गी ने एक मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया। आशा नयन कोलकाता में सड़क पर रहने वाले बच्चों के उत्थान के लिए समर्पित संस्था है । लिंग, जाति और धर्म से परे आशानयन संस्था स्ट्रीट चिल्ड्रेन को शिक्षा या व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करती है ताकि वे एक सार्थक जीवन जी सकें और अपने भविष्य का निर्माण कर सकें।
प्राथमिक उपचार केंद्र के डॉ. अनूप संतरा ने आशा नयन के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। शिविर का उद्देश्य आहार, व्यायाम और वजन नियंत्रण के संबंध में जानकारी प्रदान करना था। बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़े जुटाए गए हैं। इसका उद्देश्य यह है कि लोगों को सही समय पर स्वास्थ्य सेवा मिलना और एक छोटी सी स्वास्थ्य समस्या गंभीर होने से पहले ही डॉक्टर को दिखाना है । बच्चों को स्वस्थ्य आदतों की जानकारी दी गई। डॉक्टर द्वारा छात्रों की मनोवैज्ञानिक स्थिति देखी गई है। दंत स्वच्छता पर भी ध्यान दिया गया और उचित ब्रशिंग तकनीकों की सलाह दी गई और गंभीर मामलों में दंत चिकित्सक से परामर्श करने के लिए कहा गया। इन छात्रों के बीच एनीमिया खून से की कमी सबसे प्रमुख समस्या थी जिसके लिए उचित आहार की सलाह दी गई और गंभीर मामलों में आयरन सप्लीमेंट की भी सलाह दी गई ।
डॉ वसुंधरा मिश्र ने बताया कि भवानीपुर कॉलेज की एन एस एस की शाखा शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक स्तर पर बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। इस प्रकार के सामाजिक कार्यों के लिए भवानीपुर कॉलेज प्रशासन, प्रो. दिलीप शाह, और प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी का प्रमुख रूप से सहयोग रहा। इस परियोजना को सुचारू रूप से चलाने में उनकी अटूट सहायता के लिए एन एस एस की कोऑर्डिनेटर प्रो गार्गी ने आभार व्यक्त किया ।
अलका सिंह, हर्षित मोदी, अंशु अग्रवाल, शश्रीक सेन, श्याम सराफ, श्रुतिनंदा बोस जैसे स्वयंसेवकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। वास्तव में ऐसे लोग ही दुनिया को बदलते हैं। थॉमस कार्लाइल ने कहा है, “जिसके पास स्वास्थ्य है उसके पास आशा है; और जिसके पास आशा है, उसके पास सब कुछ है।”
स्वास्थ्य जांच से बच्चों में आशावाद, आत्म-नियंत्रण, आत्मविश्वास जैसी मनोवैज्ञानिक विशेषताओं से स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है और जीवन भर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।इस अवसर पर भाग लेने वाले छात्रों की संख्या पांच , शिक्षकों की संख्या एक रही। आशानयन चौंसठ के , लिंटन सेंट, बेनियापुकुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित है।