कोलकाता। श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय एवं सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय के संयुक्त तत्वावधान में जयशंकर प्रसाद केंद्रित काव्य-आवृत्ति एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इस साहित्यिक प्रतियोगिताओं में कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। काव्य -आवृत्ति प्रतियोगिता में 35 से अधिक प्रतिभागियों ने जयशंकर प्रसाद की कविताओं की शानदार प्रस्तुति की। दूसरी तरफ प्रसाद साहित्य पर केन्द्रित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भी 17 कॉलेज और विश्वविद्यालय की टीमों ने भाग लिया। काव्य आवृत्ति प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सेंट पॉल कैथेड्रल मिशन कॉलेज ने बाजी मारते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। काव्य आवृत्ति प्रतियोगिता में इस कॉलेज के विवेक तिवारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान पर कलकत्ता विश्वविद्यालय की कीर्तिका सुरोलिया एवं तृतीय स्थान पर सेठ आनन्दराम जयपुरिया कॉलेज मॉर्निंग की मुस्कान गिरि रही। सेठ सूरजमल जालान गर्ल्स कॉलेज की महिमा भगत एवं कांचरापाड़ा कॉलेज की शीतल कुमारी को प्रोत्साहन पुरस्कार मिला। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम में विवेक तिवारी, पवन कुमार गोस्वामी एवं विवेक कुमार चौधरी थे। द्वितीय स्थान पर रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय की श्वेता यादव, प्रियंका प्रजापति एवं सरोज चौहान रहीं। तृतीय स्थान पर प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय की स्मृति सिंह, सौरभ कुमार सिंह एवं दीपक पासवान की टीम रही। प्रोत्साहन पुरस्कार ऋषि बंकिमचंद्र कॉलेज को मिला। इस टीम में सुताबी कोइरी, स्वप्ना कुमारी ठाकुर एवं राहुल साव रहे। काव्य-आवृत्ति के निर्णायकों में डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी, डॉ. काजू कुमारी साव एवं डॉ. रीना कुमारी रहे। प्रश्नोत्तरी के निर्णायकों में डॉ. हृषिकेश कुमार सिंह, डॉ. अजीत तिवारी एवं डॉ. पीयूष द्विवेदी रहे।
समारोह की अध्यक्षता कुमारसभा पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी ने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि प्रो. लोढ़ा ने अपनी वाग्मिता से कलकत्ता के साहित्यिक क्षेत्र को नई दिशा दी थी, ऐसे प्रणम्य विभूति को याद करना अपनी परंपरा को प्रणाम करना है। विशिष्ट अतिथि मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों में साहित्यिक चेतना का प्रसार करते है। कुमारसभा पुस्तकालय के अध्यक्ष महावीर बजाज ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों को साहित्यकारों की रचनाओं से जोड़ने में सहायक होगा। जालान पुस्तकालय की मंत्री दुर्गा व्यास ने कहा कि काव्य आवृत्ति से व्यक्तित्व का विकास होता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मारवाड़ी विद्यालय की छात्राओं की प्रस्तुति अरुण यह मधुमय देश हमारा से हुआ।
दो सत्र में चले इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र काव्य आवृत्ति का कुशल संयोजन एवं संचालन डॉ. कमल कुमार एवं दिव्या प्रसाद ने किया। द्वितीय सत्र प्रश्नोत्तरी का संचालन परमजीत कुमार, पूजा प्रसाद, मनीषा गुप्ता एवं अरविंद तिवारी ने किया।
धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जालान पुस्तकालय के अध्यक्ष भरत कुमार जालान ने भविष्य में इस तरह के और आयोजन करने के प्रति प्रतिबद्धता जतायी।
इस समारोह में डॉ. वसुमति डागा, सागरमल गुप्त, अरुण मल्लावत, अनिल ओझा नीरद, रामपुकार सिंह, डॉ. रामप्रवेश रजक, डॉ श्रीपर्णा तरफदार, डॉ बृजेश सिंह, डॉ स्वाति शर्मा, दीक्षा गुप्ता, यवनिका तिवारी, रमाकांत सिंह, नेहा जायसवाल, कंचन रजक उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम के संयोजक श्रीमोहन तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।